बढ रहा गुलाबी बोंड इल्ली का प्रकोप, किसान चिंतित, कृषि विभाग दें ध्यान

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    वर्धा. जिले में धीरे धीरे कपास फसल पर गुलाबी बोंड इल्ली का  प्रकोप बढते जा रहा है़ इससे फसलों को बचाने की चिंता किसानों को खा रही है़ कृषि विभाग ने इस संकट से निपटने किसानों को समय रहते सलाह देनी जरुरी है़ अन्यथा इस बार भी किसानों को कपास की फसल से हाथ धोना पड सकता है़ 

    बता दे कि, विगत दो वर्षों से कपास उत्पादक किसान गुलाबी बोंड इल्ली का सामना कर रहा है़ गत वर्ष भी इल्ली के अटैक से कपास का उत्पादन बडी मात्रा में घटा था़ इस बार जिले में कपास की बुआई अधिक हुई है़ परिणमावश किसानों को उम्मीद भी काफी है़ परंतु कुछ दिनों से जिले में कपास की फसल पर गुलाबी बोंड इल्ली का प्रकोप देखने मिल रहा है़. 

    हालहि में टेंभरी के सुखदेव चौधरी के कपास में इल्ली पाये जाने से आतमा की प्रकल्प संचालक ने खेत को भेंट देकर किसान को उचित सलाह दी़ यही स्थिति अब अन्य हिस्सो में बनी हुई है़ तहसील के दहेगांव (स्टे.) निवासी श्रीकांत पद्माकर वानखेडे के खेत में फसल पर गुलाबी बोंड इल्ली पायी गई़ करीब 10 में से 3 पौधों पर इस इल्ली का प्रभाव देखा गया़ इससे क्षेत्र के किसानों में चिंता छायी हुई है़. फसले तो लहलहा रही हैं, परंतु इल्ली के प्रकोप से उत्पादन में भारी कमी आने की आशंका जताई जा रही़ पहल ही किसान आर्थिक संकट से झुज रहा है़ ऐसे में एक एक संकट उनके सामने खडा हो रहा है़ 

    यह उपाययोजना करें

    कृषि विभाग के अनुसार डोमकली के फुलो में गुलाबी बोंड इल्ली देखने मिल रही है़ ऐसे में किसान तत्काल निंबोली अर्क का छिडकांव करें, साथ ही लाईट ट्रैप खेत में लगाए़ इससे बोंड इल्ली को कंट्रोल किया जा सकता है़ किसान तडके खेत में पहुंच कर कपास फसल की फुलों को देखे़ इसमें डोमकली दिखाई देने पर कृषि विभाग के तज्ञों से संपर्क पर उचित सलाह ले, ऐसा आहवान किया गया है़