First defeat for Indian women's hockey team on tour of Argentina

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    वर्धा. बरसों से लंबित हॉकी मैदान के निर्माण की पालकमंत्री के पहल के कारण उम्मीदें जाग उठी थी़ं  परंतु प्रशासन में समन्वय के अभाव के चलते प्रस्ताव की फाइल ही गायब होने की जानकारी सामने आयी है़ जिससे हॉकी मैदान का सपना सपना ही ना रह जाए, ऐसी स्थिति पैदा हो गई है़  क्रीड़ा मंत्री के जिले में ही यह वाकया सामने आने से आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है़  बता दें कि, जिले में हॉकी प्रेमियों की संख्या अधिक है़ यहां के कई खिलाड़ी वरिष्ठ स्तर की प्रतियोगिता में अपनी छाप छोड़ चुके है़.

    जिले में भी एक अध्यावत हॉकी मैदान होना चाहिए, ऐसी मांग बरसों पुरानी है़  इसे लेकर पिछले छह वर्षों से स्वराज हॉकी एसोसिएशन ने पहल की है़  राज्य के क्रीड़ा मंत्री सुनील केदार की ओर जिले का पालकत्व आने से अब हॉकी मैदान की समस्या हल होंगी, ऐसी उम्मीद थी़  परंतु कोरोना संकट के चलते यह मांग अटकी पड़ी थी़  पश्चात स्वराज हॉकी एसोसिएशन के सदस्यों ने पालकमंत्री से भेंट कर मैदान की मांग पर जोर दिया.

    हॉकी खिलाड़ियों की भावनाओं को समझते हुए पालकमंत्री ने भी इस काम को गति देने का निर्णय लिया़  जिले में हॉकी इस राष्ट्रीय खेल को अनुकूल मंच तैयार करने तथा इसके माध्यम से जिले में उत्कृष्ट हॉकी खिलाड़ी निर्माण होने के उद्देश्य से पालकमंत्री ने जिले में हॉकी मैदान तैयार करने की सूचना जिला क्रीड़ा अधिकारी को की थी़  पश्चात क्रीड़ा विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार किया़  इसमें नालवाड़ी ग्रामपंचायत क्षेत्र में आनेवाली तीन एकड़ जमीन का उल्लेख है़  परंतु कई महीनों से यह प्रस्ताव राजस्व विभाग की ओर अटका पड़ा था.

    20 जुलाई को हुई थी बैठक

    20 जुलाई को वर्धा दौरे पर रहते पालकमंत्री सुनील केदार ने विविध विभागों का जायजा लिया़  इस दौरान हॉकी मैदान के प्रस्ताव पर चर्चा हुई़  नालवाड़ी ग्रापं क्षेत्र की झुड़पी जंगल में आनेवाली तीन एकड़ की जमीन पर हॉकी मैदान तैयार करने का प्रस्ताव राजस्व विभाग की ओर अटका था़  यह जमीन वन विभाग की होने के कारण उनकी अनुमति जरूरी है़  इसलिए यह प्रस्ताव वनविभाग की ओर मंजूरी के लिए शीघ्र पेश करने के निर्देश क्रीड़ा व युवक कल्याण मंत्री केदार ने दिए थे. 

    नहीं मिली फाइल

    हॉकी मैदान के संदर्भ में प्रस्ताव की फाइल राजस्व विभाग से अब तक वनविभाग को नहीं मिली. फाइल प्राप्त होने के बाद हमारी ओर से आगे की प्रक्रिया चलेगी़

    -राकेश सेपट, उपवनसंरक्षक, वर्धा

    आखिर फाइल गई कहां?

    पालकमंत्री के निर्देश के बावजूद भी मैदान के प्रस्ताव की फाइल वनविभाग को नहीं भेजी गई़ इस संबंध में राजस्व विभाग से संपर्क करने पर अधिकारी एक-दूसरे की ओर उंगली दिखा रहे है़ं आखिरकार हॉकी मैदान के प्रस्ताव की फाइल गई तो गई कहां? राजस्व विभाग पालकमंत्री के निर्देशों का उल्लंघन कर रहा है.

    -कृष्णा जोशी, सचिव, स्वराज हॉकी एसोसिएशन