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    वर्धा. जिला प्रशासन ने लाकडाउन में कड़े नियम लागू किये है. एक माह में तीसरी बार सख्त नियम लगाये गये है, जो 1 जून तक लागू है. यह समयसीमा खत्म होने के पहले ही फिर से सख्त नियमों की समयसीमा बढ़ाने की संभावना होने बताई जा रही है. सख्त नियमों के लागू रहते नागरिकों को प्रशासन ने हास्पिटल, मेडिकल स्टोर, बैंक, एटीएम, कोविड टीकाकरण के लिए वैक्सीनेशन सेंटर जाने की छूट दी है. वहीं दूसरी ओर आम लोगों के लिए पेट्रोल पंप के दरवाजे बंद करके रखे है.

    पहले ही किराना और सब्जी की किल्लत झेल रहे लोगों की पेट्रोल बंदी के कारण मुश्किलें बढ़ी है. घर में गाड़ी है, लेकिन पेट्रोल पंप बंद रहने से अत्यावश्यक कामों के लिये जाना भी संभव नहीं हो पा रहा है. आटोरिक्शा भी बंद रहने के कारण बहुत सी कठिनाइयों का सामना नागरिकों को करना पड़ रहा है. बच्चों तथा बुजुर्गों को हास्पिटल ले जाने के लिए वाहन ही उपलब्ध न होने के कारण बीमारी अधिक गंभीर होने का खतरा मंडरा रहा है. घर खर्च की व्यवस्था में रकम की निकासी के लिए बैंक, एटीएम जाना बेहद जरूरी कामों में से एक है. मात्र, वाहन में पेट्रोल न होने के कारण कई लोगों को पैदल ही आना-जाना करना पड़ रहा है.

    वैक्सीनेशन में आ रही दिक्कतें

    जिले में भी कोविड वैक्सीनेशन की गति काफी कम है. वैक्सीन की किल्लत के कारण अब तक 5 प्रतिशत टीकाकरण भी पूरा नहीं हो पाया है. उसमे भी वैक्सीनेशन के लिए पंजीयन करने वाले कई नागरिक केंद्र तक पहुंच नहीं पाते. इसके पीछे पेट्रोलबंदी एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है.

    कर्मियों से की जा रही है गुजारिश

    स्वास्थ विभाग और आवश्यक सेवाओं में कार्यरत कर्मियों को निर्धारित समय में पेट्रोल, डीजल देने की छूट है. इन कर्मियों में से बहुतों को आसपड़ोस के नागरिकों द्वारा उनके वाहन में इंधन डालने की गुजारिश की जा रही है. इसके पीछे का मकसद बेहद जरूरी कामों को पूरा करना है.

    बुजुर्गों को हो रही दिक्कत

    लोगों के वाहनों में पेट्रोल खत्म हो गया है़ कई बुजुर्ग लोग वाहन के अभाव में टीके से इन दिनों वंचित दिख रहे है़ साथ ही स्वास्थ्य संबंधित इमर्जेंसी होने पर अस्पताल में जाने के लिए वाहन भी नहीं मिल रहे, जिससे दिनभर पेट्रोल पंप शुरू रखने की जरूरत है.

    -सुरेश नारे, नागरिक.

    इमर्जेंसी होने पर आ रही दिक्कत

    लोगों को स्वास्थ्य संबंधित इमर्जेंसी निर्माण होने पर पेट्रोल के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, जिससे प्रशासन ने जिन्हें इमर्जंसी है तथा जो लोग अत्यावश्यक सेवा में कार्यरत उनके लिए पेट्रोल पंप दिनभर शुरू रखने की जरूरत है़ इस दौरान बेवजह दुपहिया लेकर घूमने वालों को पेट्रोल नहीं देना चाहिए़

    -नितिन चुडीवाले, नागरिक.