मजिप्रा में अधिकारी-कर्मी नदारद

  • खाली कुर्सियो को देख लौटे नागरिक

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वर्धा. महाराष्ट्र जिवन प्राधिकरण विभाग हमेशा चर्चा में रहा है. सामान्य नागरिक अपने शिकायतों को लेकर यहां पहुंचते हैं, परंतु उनके हाथ निराशा ही लगती है. अधिकांश कर्मचारी अपनी जगह पर नहीं मिलते. गुरुवार की शाम 5 बजे कुछ नागरिक कार्यालय में पहुंचे थे. परंतु विभाग के अधिकारी व कर्मचारी कार्यालय से नदारद दिखाई दिए.

बता दे कि, जिवन प्राधिकरण पर वर्धा सहित आसपडोस के विविध गांवों में पेयजलापूर्ति की जिम्मेदारी है. परंतु मजिप्रा हमेशा ही विवादो से घिरा रहा है. नए सरकारी नियमों के अनुसार कार्यालयीन कर्मियों के कामकाज का समय सुबह 9.45 से शाम 6.15 बजे तक किया गया है. परंतु मजिप्रा के कर्मचारी उक्त नियमों का प्रतिदिन उल्लंघन करते है.

दोपहर 5 बजे ही अधिकारियो के चले जाने के बाद कर्मचारी दफ्तर से नदारद हो जाते है. परिणामवश यहां आनेवाले नागरिकों के काम नहीं हो पाते. गुरुवार की शाम 5.15 बजे कुछ नागरिक कार्यालय पहुंचे थे, परंतु सभी वरिष्ठ अधिकारी व अधिकांश कर्मियों की कुर्सिया खाली देखने मिली. इससे उन्हें निराश होकर वापिस लौटना पडा. कर्मचारियों की इस लापरवाही की ओर वरिष्ठ अधिकारी गंभीरता से ध्यान दे, ऐसी मांग नागरिकों ने की है. 

ऐसा कभी नहीं होता – मदनकर

मजिप्रा के कार्यकारी अभियंता मदनकर ने संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि, ऐसा कभी नहीं होता़ हो सकता है, किसी काम से कुछ कर्मचारी बाहर गए हो. इतना कहकर उन्होंने अधिक बोलना टाल दिया.