- साइबर सेल पुलिस की कार्रवाई
वर्धा. आनलाइन फ्राड प्रकरण में दो आरोपियों को गुजरात के सूरत से दबोचा गया़ उक्त कार्रवाई को साइबर सेल पुलिस ने अंजाम दिया़ आरोपियों से सामग्री जब्त की गई़ बता दें कि, आर्वी तहसील के धनोडी (बहादुर) निवासी युवती ने नौकरी के लिए क्विकर इस साइट पर आवेदन किया था़ अपनी जानकारी अपलोड करने पर उसके ई-मेल पर प्रेलिक्स टेक्नॉलॉजी कंपनी ने संदेश भेजा़ साथ ही उसे दस्तावेज भेजने को कहा़ कुछ दिनों बाद अलग-अलग मोबाइल क्रमांक से संपर्क कर नौकरी देने का प्रलोभन दिखाया़ इसके ऐवज में समय-समय पर शुल्क मांगा गया़ उनकी बातों में आकर पीड़ित गूगल-पे के जरिए करीब 2 लाख 39 हजार रुपए भर दिए.
धोखाधड़ी की बात सामने आने से पीड़िता की शिकायत पर आर्वी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया़ प्रकरण की जांच साइबर पुलिस को सौंपी गई़ तकनीकी संसाधनों के जरिए साइबर पुलिस ने खोजबीन शुरू कर दी़ आरोपी सूरत (गुजरात) में होने की बात स्पष्ट हुई़ एक आरोपी रोहित रमेश टोपलीवाला (26) जिसने खुद के नाम से कनेक्शन नेटवर्क फर्जी कंपनी तैयार की थी़ उसका साथी विक्की अशोक पोमला (20) निवासी अंबिकानगर सोसाइटी, रामनगर, सुरत ने मेगास्टार सोल्यूशन के नाम से कंपनी तैयार की थी.
नौकरी लगाने के नाम पर ठगी
नौकरी के नाम पर लोगों को चूना लगाने का काम कर रहे थे़ करीब पांच दिनों तक उनकी हरकतों पर ध्यान रखते हुए बड़ी चलाकी से 23 जून को दोनों को दबोचा गया़ रोहित टोपलीवाला यह घर से कॉल सेंटर चलाता था़ वहां से एक मोबाइल, दस साधे मोबाइल व अन्य सामग्री जब्त की गई.
इस दौरान अहमदाबाद पुलिस को चाहिए आरोपी यश विश्वकर्मा वर्धा पुलिस के हाथ लगा़ उसे अहमदाबाद साइबर सेल के हवाले कर दिया गया़ इस कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक प्रशांत होलकर, अपर पुलिस अधीक्षक यशवंत सोलंके के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक नीलेश ब्राम्हणे के निर्देशानुसार सहा़ पुलिस निरीक्षक महेंद्र इंगले, पुलिस उपनिरीक्षक गोपाल ढोले, पुलिसकर्मी विशाल मडावी, अनुप कावले, अंकित जिभे, राजू राऊत, प्रदीप दातारकर व साइबर दल ने अंजाम दिया.