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  • समृध्दि महामार्ग संघर्ष समिति ने दी चेतावनी

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वर्धा. जिले से गुजर रहे नागपुर-मुंबई समृध्दि महामार्ग का काम युध्दस्तर पर शुरू है. इस मार्ग से सटे खेती करने वाले किसानों का भारी नुकसान हो रहा है. समय रहते किसानों की मांगों पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया तो आगामी दिनों में तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी वर्धा जिला समृध्दि महामार्ग संघर्ष समिति ने दी. समिति के पदाधिकारी वैभव वानखेडे ने पत्र परिषद में बताया कि समृध्दि महामार्ग में प्रवेश न होने से किसान खेती नहीं कर पा रहे है.

महामार्ग से सटे किसानों को आवागमन के लिए 15 फीट का मार्ग दिया जाए़ सरकारी नियमानुसार खेत के टुकड़े नहीं किये जा सकते़ फलस्वरुप .20 आर से कम खेती सरकार कब्जे में ले़ं महामार्ग निर्माण में नदी, नालों का प्राकृतिक स्त्रोत बंद हो गया है. इससे किसानों को हानि हो रही है. इससे खिलवाड न करें. जिन किसानों की पाइप लाइन निर्माण कार्य से बंद पड़ी हैं, उसकी पूर्ववत मरम्मत करने की मांग की गई.

जला दी गन्ने की फसल

येलाकेली निवासी किसान वैभव वानखेड़े ने अपने खेत में गन्ने की उपज ली है़  परंतु 18 माह से वे फसल की कटाई नहीं कर पा रहे थे. आवागमन के लिए मार्ग न होने से उनका भारी नुकसान हुआ़  अंतत: उन्होंने लाखो का गन्ना जला दिया़  पशुओं को चराई के लिए खेत में छोड़ दिया़  ऐसे अनेक किसान पीड़ित है. उन्हें उचित मुआवजा देने की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो आगामी दिनों में तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी पदाधिकारियों ने दी. पत्र परिषद में काशिनाथ लोणकर, रविंद्र सोमनाथे, सुयोग ठाकरे, पुरुषोत्तम दाते, चंद्रशेखर दाते, एड. धोटे, बिजवार, मेश्राम, राजू जाधव, देशमुख, चव्हाण आदि उपस्थित थे.