जिनके लिए कानून बनाया उन्हें स्विकार नहीं, तो केंद्र सरकार आग्रही क्यों: मुख्यमंत्री बघेल

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वर्धा. केंद्र सरकार ने नया कृषि कानून लाया है़ जिनके लिए यह कानून बनाया गया, उन्हें ही स्विकार नहीं तो कानून वापिस ले लेना चाहिए़ कृषि बिल के लिए केंद्र सरकार आग्रही क्यों? दरअसल यह कानून पुंजिपतियों के लिए ही बनाया गया है़ उक्ताशय का तंज छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर कसा़ सेवाग्राम के बापुकूटी परिसर स्थित नई तालीम सभागार में छत्तीसगढ कांग्रेस का प्रशिक्षण आयोजित है़ इसके समारोपिय कार्यक्रम के लिए गुरुवार, 14 जनवरी को मुख्यमंत्री बघेल सेवाग्राम पहुंचे थे़ जहां एक साक्षात्कार में वें बोल रहे थे़ 

मुख्यमंत्री बघेल ने आगे कहा कि, केंद्र की नीति समज से परे है़ अब तक इस सरकार ने उद्योगों को बेचने का काम किया है़ रेलवे स्थानक, हवाई अड्डे बेच दिए़ अब सरकार की निगाह किसानों की जमीन पर है़ सरकार की यह नीति किसान समझ चुके है़ इस लिए पिछले डेढ माह से दिल्ली में चल रहे आंदोलन में किसान डटे हुए है़ अब तो सुप्रिम कोर्ट ने भी इस कानून को रोकने की बात कही है़ तो भारत सरकार को चाहिए कि, यह काले कानून वापिस ले ले़ 

सुतमाला देकर हुआ स्वागत

सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का काफिला सेवाग्राम में दाखिल हुआ़ सर्वप्रथम आधीनिवास के समक्ष सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान व ग्रापं की ओर से सरपंच ताकसांडे, आश्रम के सचिव मुकुंद मस्के, अविनाश काकडे ने सुतमाला देकर उनका स्वागत किया़ पश्चात आश्रम की गाईड ने उन्हें आश्रम का परिसर दिखाया़ पश्चात बापूकुटी में सर्वधर्म प्रार्थना ली गई़ सेवाग्राम आश्रम के प्रतिनिधियों से उन्होंने चर्चा की़ नई तालीम में चल रहे कार्यक्रम में हिस्सा लिया़ भोजन के बाद दोपहर 2 बजे वें मगन संग्रहालय में पहुंचे़ यहां कुछ समय बिताने के बाद 3 बजे उनका काफिला नागपुर की ओर निकल गया़ इस प्रसंग पर छत्तीसगढ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रदेश महामंत्री पंकज शर्मा, प्रभारी पी एल पुनिया सहित अन्य उपस्थित थे़ 

म़ गांधी का छत्तीसगढ से पुराना रिश्ता – बघेल

महात्मा गांधी जी का छत्तीसगढ से पुराना संबंध रहा है़ गांधीजी छत्तीसगढ दो बार गए है़ वहां के लोगो को गांधीजी से काफी जुडाव रहा है़ हमारे परिवार में भी स्वातंत्र्य सेनानी थे़ हमारे पिताजी सर्वोदय में थे. तो यहां के बारे में उनसे जानकारी मिलते रही. परंतु हमारा यहां आना पहली बार हुआ है. गांधीजी के 150 वीं वर्षगाठ पर हम लोगों ने ग्राम स्वावलंबन पर अमल शुरु कर दिया है. इसके माध्यम से गांधीजी के सपने को पुरा करने की कोशीश है़ ग्राम विकास के लिए छत्तीसगढ़ में विभिन्न पहलुओं पर अमल किया जा रहा़ गांव आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है, इस लिए म़ गांधी के सर्वोदय विचार छत्तीसगढ़ के लिए महत्वपूर्ण हैं.

जैवीक खेती जरुरी

पहली बार गोबर खरिदने का काम छत्तीसगढ सरकार कर रही है. गोबर से वर्मी कंपोस्ट बना रहे है. ताकि हम जैवीक खेती की ओर बढे़ लगातार हम रसायनिक खाद डालकर जमीन की उर्वरा शक्ती कम कर रहे है़ तमाम प्रकार की बिमारिया उस अनाज, फल सब्जियों से हो रही है़ हमें बचना हैं तो जैवीक खेती की ओर बढना होगा, ऐसा भी छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा़