हिंगनघाट (सं). प्राध्यापिका हत्याकांड प्रकरण में स्थानीय जिला व अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश के समक्ष 31 मई की सुनवाई रखी गई थी़ परंतु न्यायालय की प्रक्रिया आगे न बढ़ने के कारण अगली सुनवाई 14 जून को लेने का निर्णय लिया गया़ बता दें कि सोमवार की सुबह 11 बजे विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम वीडियो कान्फ्रेसिंग पर उपस्थित हुए.
वहीं बचाव पक्ष के वकील भूपेंद्र सोने प्रत्यक्ष न्यायालय में उपस्थित थे़ सोमवार को बचाव पक्ष के वकील ने आरोपी विकेश नगराले द्वारा उपयोग में लाये गए मोबाइल के सीडीआर, डीसीआर की रिपोर्ट जिस कंपनी के नोडल अधिकाकारी ने न्यायालय में पेश की़ इस पर संबंधित नोडल अधिकारी बयान की पुर्नजांच करनी है, ऐसा आवेदन न्यायालय के समक्ष रखा था़ इस पर न्यायालय ने 31 मई की तिथि दी थी.
न्यायाधीश ने उच्च न्यायालय ने लाकडाउन के काल में कोई भी गंवाई वीडियो कान्फ्रेसिंग द्वारा ली जा सकती है़ मात्र प्रत्यक्ष सुनवाई लेने का आदेश हाईकोर्ट ने फिलहाल रोक दिया है, ऐसा बताया़ इस पर एड. सोने ने प्रकरण में अगली तारीख मांगी़ फलस्वरुप न्यायालय ने 14 जून को अगली सुनवाई का निर्णय लेने से सोमवार की सुनवाई टली गई.
न्यायाधीश का हुआ तबादला
उल्लेखनीय है कि, प्राध्यापिका हत्याकांड प्रकरण न्यायाधीश आरएन माजगांवकर की न्यायालय में शुरू है़ परंतु न्यायाधीश माजगांवकर का सांगली में तबादला होने की जानकारी है़ उनकी जगह हाईकोर्ट ने कोपरगांव के न्यायाधीश आरबी भागवत को पदभार स्वीकारने के आदेश दिए है़ नए न्यायाधीश 7 जून को पदभार स्वीकारने की संभावना है़ परिणामवश अब इस प्रकरण नए न्यायाधीश के सामने प्रक्रिया चलेंगी़ वहीं 31 मई को न्यायाधीश माजगांवकर ने अपना पदभार छोड़ दिया़ सोमवार को हुई प्रक्रिया में वरिष्ठ सरकारी वकील एड. दीपक वैद्य ने कामकाज संभाला.