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  • विविध संगठनों के मोर्चे और ज्ञापन सौंपने के नाम रहा दिन

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वर्धा. राज्य सरकार की ओर से लागू किए गए मिनी लाकडाउन के प्रति जिले में सर्वत्र आक्रोश देखने मिला़ बुधवार को दिनभर विविध दल व व्यापारी संगठनों ने मोर्चा व ज्ञापन सौंपकर असंतोष जताया. जिलाधिकारी कार्यालय व तहसीलस्तर पर ज्ञापन सौंपते हुए मिनी लाकडाउन रद्द करने की मांग की गई़ बता दें कि, कोरोना संक्रमण का प्रकोप देखते हुए 5 अप्रैल को राज्य सरकार ने ब्रेक द चेन के अंतर्गत मिनी लाकडाउन लागू कर दिया है. इसमें अनेक छोटे, बड़े व्यापारी प्रतिष्ठान बंद रखने के निर्देश दिये गए.

परंतु मंगलवार को उक्त आदेश के खिलाफ जाकर अनेक व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान शुरू किये़ आखिरकार प्रशासन ने रास्ते पर उतरकर दूकानें बंद की़ दिनभर चले हंगामे के बाद शाम के समय व्यापारियों ने दूकानें बंद करनी शुरू कर दी़ स्थिति को भांपते हुए जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार ने संशोधित आदेश जारी किए़ परंतु 7 अप्रैल को फिर एक बार मिनी लाकडाउन के प्रति जिले में आक्रोश देखने मिला़ भाजपा द्वारा तहसीलस्तर पर मोर्चा निकाला गया़ वहीं कांग्रेस की ओर से भी ज्ञापन सौंपते हुए इसमें संशोधन की मांग की गई़ दूसरी ओर विविध व्यापारी संगठन, एसोसिएशन ने कलेक्ट्रेट पर दस्तक देते हुए मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा.

सामूहिक आत्महत्या की दें अनुमति

नाभिक एकता मंच की अगुवाई में सलून व्यवसायियो ने कलेक्ट्रेट पर दस्तक दी़  मिनी लाकडाउन में सलून दूकानें बंद करके फिर एक बार अन्याय किया गया़  आदेश में संशोधन करके दूकानें खोलने की अनुमति दें अन्यथा तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी मंच ने दी़  पहले ही अनेक माह तक दूकानें बंद रहने से अनेकों पर भूखे मरने की नौबत आन पड़ी है़  दूकान का किराया, मकानभाड़ा, बिजली बिल, बैंक का कर्ज चुकाना मुश्किल हो रहा है. निर्णय बदले अन्यथा सहपरिवार आत्महत्या करने की अनुमति देने की मांग ज्ञापन में की गई़  ज्ञापन देनेवालों में कृष्णा माहुलकर, मनीष गाडगे, नीलेश लाडेकर, धीरज माहुलकर, राजेंद्र भाकरे, राहुल अंबुलकर, प्रशांत देवलकर, टिकेश्वर घुमे, गजानन भाकरे, संदीप पिंपलकर, संदीप चातुरकर, यशवंत चौधरी, विनोद चावके, योगेश कडू, आशीष बडवाईक, नितिन राजूरकर, सचिन लाडेकर, शुभम लांडगे, नीलेश कानेहकर, रविंद्र घुमे शामिल थे. 

नियमों में करें बदलाव: कांग्रेस

राज्य सरकार की ओर से मिनी लाकडाउन में कड़े निर्बंध लगाये गए है़  इस पर फिर विचार कर नियमों में बदलाव करने की मांग कांग्रेस ने की़  गत वर्ष पूरे देश में लाकडाउन लागू करने से बिकट स्थिति पैदा हुई थी़  इसमें अनेकों को अपनी जान गंवानी पड़ी, युवा बेरोजगार हुए़  मजदूरों के स्थलांतरण से गंभीर घटनाएं सामने आयी़  आम जनता आज भी आर्थिक संकट से झूज रही है़  व्यापारी वर्ग परेशान हो गया़ इस स्थिति में फिर से सख्त निर्बंध लगाने के कारण अनेकों पर संकट पैदा हो गया़  छोटे व्यापारी, दूकानदार, ठेलेवाले, हाथगाड़ी, मजदूरी, किसान, आम जनता प्रभावित हुई है़ इन सभी बातों पर विचार कर नियमों को शिथिल करने की मांग का ज्ञापन जिला कांग्रेस कमेटी ने जिलाधिकारी को सौंपा़  ज्ञापन सौंपने वालों में जिलाध्यक्ष मनोज चांदुरकर, महिला जिलाध्यक्ष हेमलता मेघे, शहर अध्यक्ष सुधीर पांगुल, धर्मपाल ताकसांडे, बाला जगताप, बाला माऊस्कर, रोशना जामलेकर, खुशाल बावणे, मिलिंद मोहाडे, सतीश लांबट, रिजवान पठान, विजय नरांजे, सपना शेंडे, महेंद्र शिंदे, श्रीकांत धोटे, अरुणा धोटे, चंद्रशेखर घोडे शामिल थे.

भाजयुमो ने दी आंदोलन की चेतावनी

मिनी लाकडाउन के तहत लगाये गए सख्त निर्बंधों के खिलाफ भाजयुमो ने असंतोष जताया़  जिलाधिकारी कार्यालय पर दस्तक देकर निर्बंध हटाने की मांग की़  अन्यथा तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी ज्ञापन में दी गई़  यह मिनी लाकडाऊन पुराने लाकडाउन की याद दिलाने वाला है़  शनिवार व रविवार दो दिन जनता बंद सहन कर सकती है़  परंतु इस प्रकार सख्त निर्बंध लगाकर आम जनता व छोटे व्यवसायियों को परेशान करने का काम किया जा रहा है. उक्त निर्बंध तुरंत हटाने की मांग भाजयुमो के शहराध्यक्ष मोहित उमाटे, महासचिव चेतन गुजर, प्रसाद मुर्डीव, ऋषिकेश धोटे, सौरभ देशमुख, अशरफ शेख, सागर बारस्कर, लोकेश निनावे, अक्षय पुसदकर, सारंग नेवरे, सौरभ भुसारी, सुमित वैद्य, सुमित मस्के, अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने की है. 

चश्मा व्यवसायियों ने सौंपा ज्ञापन

बुधवार को सभी चश्मा व्यवसायियों ने कलेक्ट्रेट पर दस्तक दी़  चश्मा व्यवसाय स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा है़ आंखों के पेशन्ट हमारे पास चश्मा लेने के लिए आते है़  दूकान बंद रहने पर उन्हें परेशानी उठानी पड़ेगी़  इसलिए दूकान खोलने की अनुमति देने की मांग ज्ञापन में की गई़  ज्ञापन देने वालों में विविध आप्टीकल के संचालक शामिल थे.