Corona Death in Maharashtra
PTI Photo

    Loading

    वर्धा. कोरोनाकाल के कारण जिले में मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. सावंगी मेघे ग्रापं में 16 माह में से रिकार्ड ब्रेक मौतों का पंजीयन होने की जानकारी प्राप्त हुई है. यहां अस्पताल होने के कारण यह आंकड़ा अन्य ग्रापं की तुलना में काफी बड़ा है.

    शहर से सटे सावंगी मेघे में आचार्य विनोबा भावे ग्रामीण अस्पताल है. साथ ही उक्त क्षेत्र शहर से जुड़ा होने के कारण यहां बड़े पैमाने पर नागरिकीकरण हुआ है, परंतु मौत के आंकड़े सभी को चौंकाने वाले हैं. ग्रापं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते कुछ माह में यहां मौतों का पंजीयन सबसे अधिक हो रहा है. ग्रापं में जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 तक कुल 1934 मौत होने का पंजीयन होने की जानकारी ग्रापं ने दी. जनवरी से अक्टूबर तक मौत का पंजीयन कम रहा, परंतु जिसके बाद मरने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. बीते 3 माह में सबसे अधिक मौते होने की जानकारी है.

    पंजीयन होने वाले मृतकों में 90 प्रश मृतकों की मौत कोरोना से होने की जानकारी है. ग्रापं के सूत्रों ने बताया कि अस्पताल होने के कारण कोरोना के पूर्व प्रतिदिन 2 से 3 मौतों का पंजीयन होता था, किंतु अब स्थिति विकराल हुई है. मौत के यह आंकड़े देखकर आश्चर्य हो रहा है. अस्पताल से समय-समय पर जानकारी भेजी जाती है. प्रतिदिन अस्पताल में मौत होने का आंकड़ा बढ़ा है. मई माह की रिपोर्ट अब तक नहीं आये है, परंतु मई माह में भी मौत का रिकार्डतोड़ पंजीयन होने की आशंका जताई गई़

    वरूड ग्रापं में भी आंकड़े बढ़े

    शहर से सटी दूसरी ग्रापं वरूड में भी गत 6 माह में मृतकों का पंजीयन बढ़ा है. सेवाग्राम अस्पताल ग्रापं के कार्यक्षेत्र में होने के कारण यहां मौत का पंजीयन अधिक हुआ है. वरूड़ ग्रापं में गत 6 माह में पंजीयन होने वाले अधिकांश मृतकों की मौत कोरोना से हुई है.

    ग्रापं व प्रशासन के आंकड़ों में तालमेल नही

    कोरोना से मौत होने वाले के आंकड़ों में भारी विसंगतियां होने की बात सामने आयी है. कोरोना मृतकों का ग्रापं हुआ पंजीयन व प्रशासन के आंकड़ों में भारी अंतर देखने को मिल रहा है. वर्धा नप के वैकुंठ धाम में कोरोना मृतकों पर हुए अंत्यसंस्कार व प्रशासन के आंकड़ों में बड़ी गड़बड़ी सामने आयी थी. जिसके बाद अब ग्रापं के आंकड़े व प्रशासन के आंकड़ों में भी काफी अंतर होने की बात उजागर हो रही है.