जब्त की गई रेत हुई गायब, तहसील प्रशासन की कार्यप्रणाली पर संदेह

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सिंदी-रेलवे. गत कुछ दिनों से सेलू तहसील प्रशासन चर्चा का विषय बना हुआ है़ तहसीलदार के निवास्थान परिसर में रखी गई जब्ती की रेत अचानक  से गायब हो गई है़ इस घटना से तहसील प्रशासन की कार्यप्रणाली फिर एक बार संदेह के दायरे में आ गई है़  

बता दे कि, तहसील में रेत माफिया ने आतंक मचा रखा है़ बडी मात्रा में ट्रको से रेत की ढुलाई चल रही़ इसके लिए राजस्व अधिकारी आशिर्वाद रेतमाफियाओं को मिल रहा है़ रेत की वाहनो को पकडा तो जाता है, परंतु कार्रवाई आगे नहीं बढ पाती़ वहीं जब्त की गई रेत धीरे धीरे अपने ठिकाण से गायब हो जाती है़ दिन ब दिन रेत कम होने से तहसील प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह उपस्थित हो रहा है़ स्थानीय तहसीलदार ने 29 सितम्बर को वाहितपुर से दस ब्रास अवैध रेत का संचय पकडा था.

इस कार्रवाई से रेतमाफियाओं पर अंकुश लगेगा, ऐसी उम्मीद थी़ परंतु इस कार्रवाई में जब्त की गई रेत तहसीलदार के निवासस्थान परिसर से गायब हो गई़ धीरे धीरे यहां से रेत का संचय कम होते जा रहा है़ नीलामी न होते हुए यह रेत गायब हुई कैसे, यह सवाल महत्वपूर्ण है़ जब्त की गई रेत पर देखरेख की जिम्मेदारी तहसील प्रशासन की होती है़ परंतु ऐसा नहीं देखने मिला़ इस ओर वरिष्ठों ने गंभीरता से ध्यान देकर कार्रवाई की मांग जोर पकड रही है़