Wardha ST Bus Stand

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    वर्धा. जिले में बढ़ता कोरोना संक्रमण तथा जिलाधिकारी की ओर से 30 अप्रैल तक लागू ब्रेक द चेन लाकडाउन के तहत लगाए गए कर्फ्यू की वजह से जिले में सख्त पाबंदी बरकरार है. इस बीच सार्वजनिक परिवहन सेवा शुरू है. आज की स्थिति में एसटी महामंडल की बस फेरियों के नियोजन के अभाव से बस स्टैंड पर यात्रियों की भीड़ जमा दिखाई दे रही है. इसके चलते नागरिकों को परेशानी हो रही है.

    जिले में बाहरगांव से आए नागरिकों को दिनभर का काम खत्म कर शाम के कर्फ्यू लागू होने के भीतर घर पर जाने के लिए वर्धा बस स्टैंड पर घंटों रूकना पड़ता है. समय पर बस नहीं लगने से बस स्टैंड पर यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है, जिससे यात्रियों की घर में पहुंचने के लिए विलंब हो रहा है. यात्री जांच खिड़की के समक्ष सामाजिक दूरी का पालन न करते हुए खड़े दिखाई दे रहे है, जिस वजह से कोरोना का संक्रमण हो सकता है.

    लापरवाही हो सकती है जानलेवा 

    आज की स्थिति में कोरोना मरीज दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे है. ऐसे में किसी भी प्रकार की लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है. आज ऐसे अनेक कोरोना बाधित मरीज बिनधास्त रूप से घूम रहे है. परंतु जब तक वे टेस्ट नहीं करते, तब तक कोरेाना संक्रमित मरीज का पता नहीं चलता है. इसलिए बस स्टैंड पर यात्रियों की ज्यादा भीड़ न हो, इसलिए डिपो प्रबंधक ने बस फेरियों का नियोजन करना आवश्यक है. परंतु डिपो प्रबंधक के नियोजन अभाव से यात्रियों की बेवजह तकलीफ सहन करनी पड़ रही है.