Corona Death
File Photo : PTI

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    वर्धा. फरवरी माह से जिले में कोरोना की दूसरी लहर का असर दिखाई दे रहा है़ मार्च माह में अचानक कोरोनाग्रस्तों के मृत्यु का आंकड़ा बढ़ने से प्रशासन भी सकते में आ गया है. गत 14 दिनों में जिले में 44 लोगों की मौत हुई है़ मृतकों में बुजुर्गों का अधिक समावेश था. वहीं अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 386 पर पहुंच गई है. बता दें कि राज्य में फिर एक बार कोरोना की सुनामी देखी जा रही है. प्रतिदिन कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ते ही जा रहा है. परिणामवश सरकार ने कुछ जिलों में लाकडाउन भी लागू कर दिया है. जिले में भी फरवरी माह से स्थिति बेकाबू हो गई है.

    फरवरी की तुलना में मार्च में अधिक मरीज पाये जा रहे है. कोरोना संक्रमितों के साथ साथ मृतकों का आंकड़ा भी जिले में बढ़जा जा रहा है. पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन तीन से चार लोगों की मृत्यु हो रही है. मृतकों की बढ़ती संख्या ने स्वास्थ्य प्रशासन की भी नींद उड़ा दी है. सेवाग्राम व सावंगी के कोविड केयर यूनिट में अत्याधुनिक संसाधनों से लैस बेड उपलब्ध है. दोनों अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के मार्गदर्शन व नेतृत्व में टीमें कार्यरत है.

    इस माह मरीजों में हो रही बढ़ोतरी

    प्रशासन हरसंभव प्रतिबंधात्मक उपाय योजना कर रहा है. इन सबके बावजूद भी कोरोना से मरने वालों की संख्या में कमी देखने नहीं मिल रही है. फरवरी की तुलना में मार्च में मृत्यु का अनुपात अधिक बढ़ गया है. गत 14 दिनों में जिले में 44 कोरोनाग्रस्तों की मृत्यु दर्ज की गई.  विशेष कर वरिष्ठ नागरिकों में कोरोना की काफी दहशत दिखाई दे रही है. घर के बुजुर्ग व छोटे बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने का आह्वान चिकित्सक कर रहे है.