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  • पर्याप्त सुविधा व मैदान नहीं, खिलाड़ी को नहीं मिल रहा अवसर

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वर्धा. गांधी भूमि के नाम से जिले की पहचान होती है. किंतु जिला सरकारी उपेक्षा का निरंतर शिकार हो रहा है. विकास व उद्योग क्षेत्र में आज भी जिला पिछड़ा हुआ है. क्रीड़ा क्षेत्र की हालत भी कुछ ऐसी ही है. पर्याप्त सुविधा व मैदान नहीं होने के कारण जिले के खिलाडियों को अपने कर्तब दिखाने का अवसर नहीं मिल रहा है. जिला क्रीड़ा संकुल केवल नाम के लिए ही रह गया है. आज भी सुविधा की कमी निरंतर देखने मिलती है.

बड़ी संख्या में है खिलाड़ी

जिले में खिलाडियों की कमी नही है. एक समय था की खो खो, कबड्डी, एथलेटिक, क्रिकेट में जिले ने अच्छा रूतबा हासिल किया था. खो-खो खेल में जिले के अनेक खिलाड़ियों ने राज्य, राष्ट्रीय व विश्वविद्यालय  स्तर पर प्रतिनिधित्व किया है. क्रीड़ा क्षेत्र में अतुलनीय कार्य करने के कारण राज्य सरकार के शिवछत्रपति व जिजामाता पुरस्कार से नंदिनी भोंगाडे, सुभाष पिसे, सुरेश भोंगाडे, किशोर पोफली, वंदना सबाने, राजश्री ठाकरे, गायत्री कावले, रामराव किटे, भांडवलकर को सन्मानित किया गया है.

मैदान की दुरावस्था

जिला मुख्यालय व तहसील स्तर पर मैदान की पर्याप्त सुविधा नहीं है. अनेक जगह तहसील क्रीड़ा संकुल की हालत खराब है. सार्वजनिक मैदान अपनी हालत पर आंसू बहा रहे हैं. वर्धा शहर में स्टेडियम में कुछ सुविधा है, लेकिन यह सुविधा पर्याप्त नहीं है. स्वावलंबी, लोक विद्यालय, जी.एस. कॉमर्स कॉलेज का मैदान है. किंतु यह निजी होने के कारण संस्था मैदान के विकास पर उतनी धनराशि खर्च नहीं कर पाती.  शहर में मैदानों की कमी साफ दिखाई देती है. तहसील स्तर की परिस्थिति तो इससे भी भयानक है. वहां मैदान केवल नाम के लिए है.आवश्यक सुविधा नहीं होने के कारण खिलाड़ी मैदान में जाने से कतराते हैं.

तहसील क्रीड़ा संकुल की केवल घोषणा

वर्धा में जिला क्रीड़ा संकुल है. किंतु तहसील क्रीड़ा संकुल की मांग वर्षा से होती रही है. गत वर्ष तहसील क्रीड़ा संकुल को प्रशासकीय अनुमति प्रदान की गई. बावजूद इसके अब तक क्रीड़ा संकुल को लेकर कोई कार्य आरंभ नहीं हुआ. 

सांसद व विधायक नामचीन खिलाड़ी

सांसद रामदास तडस व वर्धा के विधायक डा. पंकज भोयर, महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष चारूलता टोकस अपने जमाने के नामचीन खिलाड़ी रहे हैं. सांसद रामदास तडस कुश्ती में विदर्भ केसरी रहे हैं. जबकि डा.पंकज भोयर हैंडबॉल में राष्ट्रीयस्तर पर खेल चुके हैं. उसी तरह टोकस ने भी राष्ट्रीयस्तर पर प्रतिनिधित्व किया है. यह तीनों नेता खेल से जुड़े होने के कारण उन्होंने खेल क्षेत्र के विकास की और ध्यान देना चाहिए.

यह होना आवश्यक

जिला क्रीड़ा संकुल में सुविधा

तहसील स्तर पर सुविधायुक्त संकुल

तंत्रशुद्ध क्रीड़ा प्रशिक्षक

नप व नपं  क्षेत्र के मैदान का विकास

तहसील स्तर पर जलतरण तालाब

आधुनिक शुटिंग रेंज 

इनडोअर प्रैक्टिस, स्पर्धा के लिए मैदान

फिजीओथेरेपी, आहार मार्गदर्शन केंद्र