Citizens troubled by bad settlements, mud, dirt in division 3

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वाशिम. जिले के अधिक तर भाग बेसाल्ट खड़कों से व्याप्त रहने से गिरनेवाली बारिश का पानी बहकर जाता है. जिले के अनेक लघु व मध्यम प्रकल्पों की भारी स्थिति खराब हुई है़  नए प्रकल्प करना भी संभव नही रहने से जो प्रकल्प नादुरुस्त व क्षतिग्रस्त अवस्था में है. ऐसे प्रकल्पों का पुनरुजीवन करने पर जिले की सिंचाई समस्या दूर होकर जिला सुजलाम सुफलाम होने के लिए मदद होगी़  इस बात तो देखते हुए जिला परिषद अध्यक्ष चंद्रकांत ठाकरे ने इस संदर्भ में राज्य के उप मुख्यमंत्री तथा अर्थ व नियोजन मंत्री अजीत पवार, जलसंधारण राज्यमंत्री दत्तात्रय भरणे की ओर समय समय पर पहल की़.

इस पर ध्यान केंद्रीत करते हुए सरकार ने 20 जनवरी को सरकारी परिपत्र निकालकर सिंचाई प्रकल्पों के विशेष दुरुस्ती के लिए 36.92 करोड़ रुपयों का निधि जिले के लिए मंजूर किया है़  जिससे जिले के सिंचाई क्षेत्रों का कायापालट होकर खेती व किसानों के जीवनमान उंची होने के लिए मदद होनेवाली है. जिले का मुख्य व्यवसाय कृषि व कृषि से संबंधित है़  लेकिन जिले की कृषि बारिश के पानी पर निर्भर है. अभी भी जिले में सिंचाई की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध नही रहने से खेती नुकसान में हो रही है.

परिणाम तहा अनेक किसान आत्महत्या कर रहे है़  आज भी वाशिम जिला पिछड़ा जिला करके जिला पहचाना जाता है़  जिले का पिछड़ा पन हटाने व जिले को सुजलाम सुफलाम बनाने के लिए अधिक से अधिक कृषि सिंचाई के नीचे लाने की आवश्यकता है़  इस बात को ध्यान में लेते हुए पूर्व राज्यमंत्री सुभाषराव ठाकरे ने अपने संकल्प से जिले में सिंचाई की अतिरिक्त कार्य किए लेकिन आज भी सिंचाई क्षेत्र में विविध विकास कार्य करने की आवश्यकता होने से जिला परिषद अध्यक्ष चंद्रकांत ठाकरे ने जिले के सिंचाई क्षेत्र का विकास करने के लिए सरकार की ओर पहल शुरू की है़.

वर्तमान स्थिति में जो प्रकल्प नादुरुस्त है, पानी का संग्रह कम व गाल मिट्टी का प्रमाण अधिक है़  ऐसे प्रकल्पों की जानकारी लेकर उन प्रकल्पों का पुर्नजीवन करके जिले में सिंचाई क्षमता बढ़ाने के लिए मदद होने के लिए राज्य के उप मुख्यमंत्री तथा अर्थ व नियोजन मंत्री अजीत पवार, जलसंपदा राज्यमंत्री दत्तात्रय भरणे की ओर समय समय पर पत्र व्यवहार करके पहल की थी़.

जिला परिषद अध्यक्ष चंद्रकांत ठाकरे के इस मांग की दखल लेते हुए सरकार ने 20 जनवरी को सरकारी परिपत्र निकालकर जिले के लघु व मध्यम प्रकल्प समेत सिंचाई क्षेत्र के विकास के लिए 36.92 करोड़ रुपयों का निधि मंजूर किया है. प्रथम ही जिले के लिए बड़े प्रमाण पर निधि प्राप्त हुआ है़ 

सिंचाई, गांव तालाब व कोल्हापुरी बांध का होगी दुरुस्ती 

प्राप्त निधि से जिले के 82 गांवों के नादुरुस्त व खस्ता हालत में पहुंच रहे गांव तालाब, पाझर तालाब व कोल्हापुरी बांध की दुरुस्ती की जानेवाली है. जिससे परिसर का हजारों हेक्टेयर क्षेत्र की खेती  सिंचाई के नीचे आएगी़  जल समस्या भी कम होने के लिए मदद होगी़  जिले के सभी 6 तहसीलों के तालाब व बांध की दुरुस्ती करने पर जलभंडारों में वृध्दि होनेवाली होकर जलभंडारण पुर्नस्थापित होनेवाले है़  ऐसी जानकारी जिप अध्यक्ष चंद्रकांत ठाकरे ने दी है़