- प्रतिबंधात्मक उपाय योजना पर जोर
वाशिम. डेल्टा प्लस वेरियंट के संभावित खतरे को देखते हुए जिलें में 28 जून से तीसरे चरण की पाबंदी लागू की गई है़ कोरोना वायरस का संक्रमण फिर से नही बढ़ना इसलिए जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क होकर प्रतिबंधात्मक उपाय योजना चलाने के साथ ही कोरोना टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है़ जिले में कोरोना की पहली लहर कम होने के बाद फरवरी के दूसरे पखवाड़े के दौरान कोरोना की दूसरी लहर आयी़ मार्च से मई महीने के कालावधि में कोरोना का आतंक बढ़ने से जनजीवन भी प्रभावित हुआ था़.
इस दौरान अब डेल्टा प्लस वेरियंट का खतरा बताया जा रहा है़ डेल्डा प्लस वेरियंट यह तेजी से फैलनेवाला संक्रमण होने से इस की अधिक सावधानी रहने की सूचना जिला प्रशासन को प्राप्त हुई है़ जिले में इस का एक भी अभी मरीज नही मिला तो भी सावधानी की उपाय योजना जिला स्वास्थ्य विभाग व्दारा की जा रही है़.
तेजी से फैलनेवाले इस वेरियंट का संक्रमण नही होना इसलिए हरेक नागरिक ने घर के बाहर जाते समय मास्क का उपयोग करना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, जिला प्रशासन व्दारा दिए जा रहे सभी सूचना का पालन करना आवश्यक है़ कोरोना पर प्रभावी उपाय करके वैक्सीनेशन उपयुक्त होने से जिले में युध्द स्तर पर यह वैक्सीनेशन मुहिम चलायी जा रही है़ नागरिकों ने संभावित खतरे को देखते हुए समीपी वैक्सीनेशन केंद्र पर जाकर वैक्सीन लेने का आहवान जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने किया है़
इस दौरान जिले में अभी नए संक्रमितों की संख्या कम हो गई है़ लेकिन खतरा अभी टला नही है़ जिससे जिले से सभी छह तहसीलों में एंटीजन व आरटीपीसीआर टेस्टिंग की जा रही है़ इस में प्रतिदिन कम से कम 2,000 से अधिक टेस्टिंग किए जाने का स्वास्थ्य विभाग ने बताया है़ जबकि अप्रैल व मई महीने में प्रतिदिन 3,500 से अधिक टेस्टिंग की जा रही थी़.
कोरोना संक्रमण का संभावित खतरे को देखते हुए जिले में एक भी कोविड केयर सेंटर को बंद नही किया गया़ सरकारी अस्पताल में बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है़ अभी तक कोरोना के कुल पाजिटिव की संख्या 41,380 होकर इन में अभी तक कुल 40,494 मरीजों को उपचार के बाद डिस्चार्ज दिया गया है़ अभी तक कुल 268 पर उपचार शुरू है, तो मृतक की संख्या जिले में अभी तक 617 दर्ज की गई है.