वाशिम. महाराष्ट्र सरकार कृषि विभाग व विश्व बैंक अर्थसहाय अंतर्गत नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी प्रकल्प (पोकरा) अंतर्गत मंगरूलपीर तहसील के ग्राम कुंभी में कृषि संजीवनी सप्ताह अंतर्गत किसानों को मार्गदर्शन किया गया़ हरित क्रांति के प्रणेता, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री वसंतराव नाईक की जयंती निमित्त राज्य में प्रति वर्ष 1 जुलाई कृषि दिन के रूप में मनाया जाता है़ इस वर्ष कृषि मंत्री ने दिए आदेश के अनुसार कृषि संजीवनी सप्ताह का आयोजन 7 जुलाई तक किया गया है.
कार्यक्रम में उपविभागीय कृषि अधिकारी दत्तात्रय चौधरी, विशेषज्ञ राजेश डवरे, पं.स.सदस्य अनंतकुमार शेलके, सरपंच विद्या कावरे, पुलिस पाटिल देवीदास चौधरी, विवाद मुक्ति अध्यक्ष भगवान खोटे, उपसरपंच दुर्गा चौधरी, कृषि शाला प्रशिक्षक श्रीनाथ देशमुख, समूह सहायक बुद्धरत्न उंदरे, पोकरा समिति सदस्य पांडुरंग बाविस्कर, शालीग्राम मनवर, रामराव चौधरी, सालंका इले, मंदा इले, रामराव कावरे, नामदेव खोटे, केशव चौधरी, देवेंद्र शेलके, उमेश मंत्री, गीता बाविस्कर, शारदा चौधरी, महिला बचत समूह अध्यक्ष सीमा कावरे, ज्योति शेलके, भास्कर इले, दत्ता बांगर, दत्ता नागुलकर, ज्ञानेश्वर इले, सुभाष बरडे, दत्ता बरडे, अश्विन शिनगारे, आनंदा मनवर, दिलीप व्यवहारे आदि उपस्थित थे.
इस अवसर पर पोकरा अंतर्गत बीबीएफ तकनीकी व्दारा सोयाबीन की बुआई किए गए फसल का निरीक्षण किया गया़ कृषि शाला लेकर बी.बी.एफ. तंत्र व एकात्मिक कीट व्यवस्थापन संबंधी तकनीकी मार्गदर्शन किया गया़ ग्राम पंचायत कार्यालय में ग्राम कृषि संजीवनी समिति की सभा लेकर उपस्थितों के कृषि संजीवनी सप्ताह कार्यक्रम का नियोजन, गांव के पानी व्यवस्था, जलसंधारण काम का महत्व व नियोजन, फलबाग बुआई, सूक्ष्म सिंचाई, बरसात का खंड, कुएं पुनर्भरण, औजार बैंक, यांत्रिकीकरण आदि विषयों पर जानकारी देकर अन्य विषय पर चर्चा की गई. कार्यक्रम का संचालन कृषि सहायक डी.एम. पाईकराव व आभार प्रदर्शन सुभाष कावरे ने किया.