वाशिम. कोविड-19 वायरस संक्रमण को रोकने के लिए कोई भी पर्याय न रहने से देश में करीब डेढ़ करोड़ लोगों को इस वायरस का संक्रमण हुआ. जिले में भी करीब 7,000 लोगों को इस वायरस की बाधा हुई़ अब इस वायरस के संक्रमण की गति कम हो गई है़ फीर भी खतरा टला नही है़ जिससे इस वायरस के संक्रमण से बचाव करने के लिए कोरोना प्रतिबंधक टीकाकरण मुहिम देश भर में चलायी जा रही है़.
कोरोना योद्धा करके काम करनेवाले चिकित्सा क्षेत्र के व्यक्तियों को कोरोना संक्रमितों पर उपचार करते समय वायरस संक्रमण होने की संभावना अधिक रहती है़ जिससे कोरोना टीकाकरण के पहले चरण में सरकारी व निजी चिकित्सा क्षेत्र के व्यक्तियों को टीका दिया जा रहा है़ जिले में भी वाशिम, मंगरूलपीर और कारंजा में टीकाकरण केंद्रों पर कोरोना का टीका दिया जा रहा है़
कारंजा उप जिला अस्पताल में टीकाकरण केंद्र में कोरोना टीकाकरण मुहिम अंतर्गत टीका लगाकर लेनेवाले डा़ दरेकार ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के संदर्भ में अभी सोशल मीडिया से कुछ नकारात्मक संदेश प्रसारित किए जा रहे है़ ऐसे संदेश अधुरी जानकारी के आधार पर भेजे जाते है़ कोरोना का टीका पूर्णतः सुरक्षित है़ जिससे किसी भी प्रकार से साइड इफेक्ट नही होता है. स्वयं मैने 29 जनवरी को टीका लगा लिया है़ उस के बाद आधा घंटा निरीक्षण कक्ष में रखा गया़ इस दौरान उन्हें कोई भी परेशानी नही हुई़
टीका लगाने के बाद 12 घंटे के बाद थोडा बुखार, शरीर में दर्द महसुस हुआ़ लेकिन यह कुछ गंभीर बात नही है़ इसलिए इससे घबराने की आवश्यकता नही है़ इस दौरान बुखार, दर्द कम हुआ है़ ऐसा डा़ दरेकार ने बताया है़.
इसी प्रकार से चिकित्सा क्षेत्र में काम करनेवाले डाक्टर, नर्सेस और अन्य स्टाफ ने सोशल मीडिया से फैलाए जानेवाले गलत जानकारी पर विश्वास न करें. प्रत्यक्ष टीका लिए हुए वरिष्ठ डाक्टर, सहयोगियों से चर्चा करके अपने मन में रहनेवाला संभ्रम दूर करे. कोरोना से स्वयं का बचाव करने के लिए टीका लगाकर लेना आवश्यक है़ इसलिए सभी ने सकारात्मक मन से कोई भी संभ्रम न रखते हुए टीका लगाकर लेने का आहवान डा़ दरेकार ने किया है.
कारंजा उप जिला अस्पताल की परिचारिका विद्या भुसारे ने भी 19 जनवरी को कोरोना का टीका लगाया है़ टीका लेने के बाद बात होने पर पारिचारिका ने बताया कि टीका लेने के बाद 15 से 16 घंटे के बाद थोडा बुखार रहने का महसुस हुआ़ इस संबंधि उन्हें जानकारी थी़ कुछ घंटे के बाद यह बुखार कम हुआ़ उस के बाद कोई भी परेशानी नही हुई़.
छोटे बच्चों को भी पेंटा जैसे टीका देने के बाद उनको भी थोडी परेशानी होती है़ इसे हम देखते ही है़ इसलिए टीका लेने के बाद थोडा कष्ट होने का स्वाभाविक है. इसलिए टीका लेने के बाद थोडा बुखार, शरीर दर्द महसुस हुआ तो घबराने की जरुरत नही है़ कोरोना जैसे जानलेवा बीमारी से सुरक्षित रहने के लिए यह टीका सभी ने लेना चाहिए़ ऐसा भुसारे ने बताया है.