वाशिम महिला तथा नागरिकों को कड़ी धुप में पानी के लिए दो-दो किमी भटकना पड रहा है. किनवट तहसिल में भी पेयजल किल्लत निर्माण होना शुरु हुआ है. अभी जुन को दो माह शेष है
इस वर्ष बारिश कम होने से अनेक कुए, नदी नाले तालाब सुखने लगे है. प्रशासन कि ओर से जलसंकट का जल्द निपटारा नहीं होनेपर भविष्य में आंदोलन कि चेतावनी किनवट- माहुर के युवा नेता दत्तात्रय पिटलेवाड ने दी. तहसील के मांडवी, पलसी, कनक, नागापुर, सिरपुर, समेत अन्य गांवों में पेयजल कि समस्या गहरा रही है.
इसे लेकर युवा दत्तात्रय पिटलेवाडा गांव-गांव में जाकर महिला और नागरिकों को की समस्या सुनी और जायजा लिया. महिलाओं को पानी के लिये दरदर भटकना पड रहा है. जनप्रतिनिधि और प्रशासन का जल संकट का नियोजन न होने का आरोप करके पिटलेवाड ने कहा आजादी के इतने वर्षों बाद भी पानी की समस्या हल नहीं हुई है. यह बड़ी दुख की बात है. प्रशासन कि ओर से अब तक वैकल्पिक व्यवस्था शुरू नहीं कि गयी. जलसंकट का प्रशासन तत्काल हल नहीं होने पर महिला और नागरिकों के साथ लेकर आंदोलन की चेतावनी युवा नेता पिटलेवाड ने दी.