वाशिम. इस वर्ष के मौसम में केंद्रीय कपास महामंडल के (सीसीआई) कपास खरीदी को किसानों का बेहतर प्रतिसाद मिल रहा है़ जिले के तीन केंद्रों पर केवल 12 दिनों में 1,326 किसानों से 3,110 क्विंटल कपास की खरीदी की गई है़ इस बार के मौसम में विविध प्राकृतिक आपदा के कारण किसान परेशान हो गए है़.
इस में बारिश की अनियमित प्रकृति के कारण सोयाबीन, उड़द, मूंग फसलों को नुकसान हुआ है़ कपास फसल को बोंड इल्लियों के संक्रमण से नुकसान हुआ है़ ऐसे स्थिति में निजी बाजार में कम मूल्यों पर कपास की खरीदी की जा रही थी़ जिससे किसानों व्दारा सरकारी कपास खरीदी शुरू करने की मांग की जा रही थी़.
इस दौरान इन मांगों को देखते हुए वाशिम जिले में 10 नवंबर को अनसिंग और मंगरुलपीर में सीसीआई कपास खरीदी शुरू की थी़ कारंजा में सीसीआई के उप अभिकर्ता करके फेडरेशन ने 23 नवंबर से कपास खरीदी शुरू की है़ कपास खरीदी को जिले के किसानों का बेहतर प्रतिसाद मिल रहा है़ जिसमें 10 दिसंबर तक 1,326 किसानों से 3,110 क्विंटल कपास खरीदी की गई है़ तीनों खरीदी केंद्रों पर बड़े प्रमाण में कपास की आवक हो रही है़.
इस दौरान गिनती में कोई कठिनाईयां नही आना इसलिए केंद्र संचालक के साथ जिनिंग, प्रेसिंग के व्यवस्थापन ने वाहन खड़े करने के लिए उचित जगह सहित कपास गिनती के लिए उचित नियोजन किया है़ इस दौरान बाहर जिले से भी कपास यहां के केंद्रों पर लाया जा रहा है़ जिले में कपास का सर्वाधिक उत्पादन मानोरा तहसील में होता है़.
इस के बाद कारंजा और मंगरुलपीर में होता है़ बाकी अन्य तीन तहसीलों में कपास का उत्पादन कम होता है़ ऐसे स्थिति में भी सीसीआई ने कारंजा में कपास खरीदी शुरू कर दी है़ लेकिन मानोरा में सरकारी खरीदी केंद्र शुरू नही हुआ है़ जिससे मानोरा तहसील के कपास उत्पादक किसानों को खर्च करके कारंजा अथवा मंगरुलपीर में कपास बिक्री के लिए लाना पड़ रहा है.