आसेगांव. बस यात्रियों के सुविधा के लिए मंगरुलपीर डिपो की एसटी बस को रोजाना उमरखेड के लिए चलाए जाने की मांग यात्रियों द्वारा की जा रही है़ यह बस सेवा शुरू होने के बाद बसयात्रियों के लिए सुविधा होकर राप निगम की आय भी बढ़ेगी. इस तरह का अनुमान यात्रियों व बुद्धिजीवियों द्वारा लगाया जा रहा है.
मंगरुलपीर से उमरखेड की दूरी 130 किलोमीटर के करीब है. यदि मंगरुलपीर से उमरखेड के लिए बस सेवा शुरू की जाए तो बस को अनसिंग तक फुल यात्री मिल जाएंगे. इस के अलावा अनसिंग से भी आगे पुसद, उमरखेड के लिए यात्री मिल सकेंगे़ अनसिंग एक बड़ा गांव होकर यहां से प्रतिदिन पुसद जानेवाले यात्री निरंतर रहते है़ जिससे यह बस यात्रियों से खचाखच भरकर उमरखेड जाने के लिए तैयार हो सकती है. उक्त मार्ग पर यदि बस सेवा शुरू की गई तो स्पेशल बस के रूप में ही बस को चलाया जा सकता है.
केवल बड़े स्टॉप पर ही बस को रोकने के लिए अनुमति मिलना चाहिए़ जैसे मंगरुलपीर से निकलने के बाद धानोरा खुर्द, आसेगांव, अनसिंग, खंडाला स्टॉप, पुसद व उमरखेड मार्ग पर दो बड़े स्टॉप पर ही रुकने की अनुमति इस बस को दी जाए तो इस बस का अर्निंग मिल सकेगी़ इस मार्ग से यानी मंगरुलपीर से अनसिंग मार्ग होते हुए ना तो पुसद के लिए बस सेवा है और ना ही उमरखेड के लिए सिधी बस है़
जिससे यदि बस एक्सप्रेस रही तो राप विभाग का राजस्व बढ़ सकता है़ अनसिंग से पुसद व पुसद से उमरखेड के लिए अच्छी ट्राफिक रहती है़ और हर बस यात्रियों से खचाखच भरकर ही जाती दिखाई देती है. पुसद और उमरखेड जाने वाले यात्रियों के लिए अनसिंग आसेगांव मार्ग ही शॉट कट मार्ग है़ इसलिए इस मार्ग पर मंगरुलपीर डिपो की बस चलाने की मांग आसेगांव क्षेत्र के बसयात्रियों व्दारा की जा रही है.
इन मार्गों के लिए भी सुचारू की जाएं बसें
मंगरुलपीर डिपो द्वारा मंगरुलपीर, आसेगांव, अनसिंग होते हुए हिंगोली के लिए बस सेवा शुरू किए जाने की भी आवश्यकता है. इस के अलावा मंगरुलपीर से पुसद व पुसद से आसेगांव, अनसिंग मार्ग होते हुए अकोला के लिए भी बसें सुचारू किए जाने की आवश्कता है. इन दोनों मार्गों से भी राप निगम को अच्छा राजस्व प्राप्त होने की संभावना है. क्योंकि यह दोनों मार्ग भी शॉट कट मार्ग है. इन मार्गों पर बसें चलने से यात्रियों का समय व पैसे की बचत होगी़.