वाशिम जिले में संभावित जलसमस्या के लिए 4.60 करोड़ का कृति प्रारूप तैयार

वाशिम. जिले में इस वर्ष निर्माण होने वाली संभावित जलसमस्या से निपटाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है. इसके लिए प्रशासन ने 4 करोड़ 60 लाख रु. का कृति प्रारुप तैयार किया है. इसके अंर्तगत जून

Loading

वाशिम. जिले में इस वर्ष निर्माण होने वाली संभावित जलसमस्या से निपटाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है. इसके लिए प्रशासन ने 4 करोड़ 60 लाख रु. का कृति प्रारुप तैयार किया है. इसके अंर्तगत जून 2019 तक 504 गांवों के लिए 481 उपाय योजना प्रस्तावित कर जलसमस्या निर्माण होनेवाले गांवों में इन उपाय योजना पर अमल किए जाने का नियोजन किया गया है. वाशिम जिले में वार्षिक औसतन 796.60 मि मी़ वर्षा अपेक्षित रहती है. लेकिन गत वर्ष एक जून से 11 नवबंर तक 760.93 मिमी वर्षा दर्ज की गई.

जल प्रकल्पों में 100 प्रतिशत जलसंग्रह
यह प्रमाण वार्षिक औसतन के 96 प्रतिशत है. समाधान कारक वर्षा से जिले के बहुतांश जल प्रकल्पों में 100 प्रतिशत जलसंग्रह हुआ. लेकिन बढ़ते तापमान व सिंचन के लिए होनेवाले पानी उपसा के कारण इन जलप्रकल्पों के स्तरों में तेजी से कमी आना शुरू हो गया है. बारिश के मौसम में कुंए, तालाब लबालब भरने के बाद भी उनका जलस्तर तेजी से कम होता जा रहा है. जिससे जिले में आने वाले गर्मी के दिनों में जलसमस्या का संकट होने की संभावना निर्माण हो गई है. इस पृष्ठभूमि पर जिला प्रशासन ने संभावित जलसमस्या से निपटाने के लिए 4 करोड़ 59 लाख 94 हजार रुपये खर्च का कृति प्रारुप तैयार किया है.

विभिन्न उपाय योजनाओं का समावेश
इन कृति प्रारुप में निजी कुओं का अधिग्रहण, कुओं की विशेष दुरुस्ती, टैंकर, बैलगाड़ी से जलपूर्ति आदि उपाययोजना का समावेश किया गया है. इस प्रारुप की कालावधि जून 2019 तक है. इस कालावधि में आवश्यक स्थानों पर कृति प्रारुप नुसार प्रशासन की ओर से उपाययोजना पर अमल किया जाएगा. दरम्यान जिला प्रशासन ने अक्टूबर 2018 से दिसबंर 2018 तक किए एक समीक्षानुसार कहीं पर भी जलकिल्लत स्थिति तीव्र न होने का पाया गया. इस कृति प्रारुप में 22 गांवों के 8 सिंचाई कुएं दुरुस्ती के लिए 45.50 लाख रु., 13 गांवों में 4 तात्पूर्ति नल योजना के लिए 95 लाख रुपये, 36 गांवों में 36 टैंकर से जलापूर्ति करने के लिए 55.20 लाख रुपये तो 433 गांवों में 433 कुओं का अधिग्रहण करने के लिए 254.24 लाख रुपये. इस प्रकार से 504 गांवों में कुल 481 उपाययोजना के लिए 4 करोड 59 लाख 94 हजार रुपये खर्च का प्रारुप तैयार किया गया है.