रोशनी ने बचायी कुएं में डूब रहे बालक गणेश को

वाशिम/मानोरा. मानोरा तहसील के गिरडा ग्राम में कुएं में गिरे 9 वर्षीय बालक को तैरना नहीं आता था. अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए रोशनी नामक 13 वर्षीय लड़की ने बड़ी हिम्मत से कुएं में उतरकर बालक की जान

Loading

वाशिम/मानोरा. मानोरा तहसील के गिरडा ग्राम में कुएं में गिरे 9 वर्षीय बालक को तैरना नहीं आता था. अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए रोशनी नामक 13 वर्षीय लड़की ने बड़ी हिम्मत से कुएं में उतरकर बालक की जान बचायी. रोशनी के काम की ग्राम में सराहना की जा रही है़

गई थी कपड़े धोने

प्राप्त जानकारी के अनुसार मानोरा तहसील के गिरडा ग्राम की कुछ महिलाएं प्रतिदिन की तरह ग्राम के समीप कुएं पर कपड़े धोने के लिए थे़ छठवीं कक्षा की छात्रा रोशनी पवार भी अपने घर के कपड़े धोने के लिए कुएं पर आयी थी़ रोशनी जब अपने कपड़े धो रही थी. तब वहां गांव का एक 5 वर्षीय बालक गणेश जाधव वहां पहुंचा. वह कुएं के किनारे टहल रहा था. इस दौरान संतुलन बिगड़ने से वह कुएं में गिर गया़

…और कुएं में उतरकर हाथ पकड़े रखा

गणेश को कुएं में गिरते हुए देखकर रोशनी ने चिल्लाना शुरू कर दिया. वहां उपस्थित महिलाओं की हिम्मत नहीं हुई कि वे कुएं में उतर कर गणेश को बचा सके. गांव के लोगों को घटना की सूचना दी गई. लेकिन उनके आने में विलंब होते देखकर रोशनी ने हिम्मत करके बिना समय गंवाए कुएं में बनी सीढ़ी के सहारे कुएं में उतर गई और उसने डूबते हुए गणेश के हाथ को पकड़ लिया. तभी वहां उपस्थित महिलाओं ने रोशनी से कहा कि तुझे तैरना नहीं आता है, तू कुएं से बाहर निकल जा. लेकिन रोशनी ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया. अपने साथ कपड़े धोने आयी सहेली के भाई को बचाने में लगी रही. वह डूबते हुए गणेश का हाथ तब तक पकड़े हुए जब तक कि गांव के लोग वहां पहुंचे. लोगों ने कुएं में उतरकर गणेश व रोशनी को सही सलामत बाहर निकाला.

थानेदार ने किया सम्मानित

दोनों बच्चे बाहर आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली़ मानोरा के थानेदार आर.जी. शेख व पुलिस कर्मचारियों ने रोशनी से भेंट कर सराहना की. उसके माता पिता का सत्कार किया. रोशनी को नकद पुरस्कार देकर सत्कार किया गया. थानेदार शेख ने बताया कि रोशनी ने जो हिम्मत दिखाई है, उसके लिए उसे राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार दिलाने के लिए सभी प्रयास करना चाहिए. उसके इस कार्य के लिए उसे पुलिस मैत्रिण करके नाम पंजीयन किया गया है. यह घटना 28 मार्च को हुई थी. लेकिन इसकी चर्चा या जानकारी नहीं मिलने से लोगों तक यह खबर नहीं पहुंच सकी़