दुसरे राज्य से आनेवाले बीजों पर प्रतिबंध़..

वाशिम. निकृष्ठ व मिलावट के बीजों को लेकर किसानों के साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी न हो इसलिए महाबीज ने इस वर्ष के मौसम के लिए बीजोत्पादन प्रकल्प में दूसरे राज्य की कंपनियों के बीजों के वितरण पर

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वाशिम. निकृष्ठ व मिलावट के बीजों को लेकर किसानों के साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी न हो इसलिए महाबीज ने इस वर्ष के मौसम के लिए बीजोत्पादन प्रकल्प में दूसरे राज्य की कंपनियों के बीजों के वितरण पर प्रतिबंध लगाया है़ इसमें बीज उत्पादनों के अंर्तगत उत्पादन क्षमता वृद्धि के लिए पुराने \Bबीजो\B का प्रमाण कम कर नए बीजों पर जोर दिया जाएगा़ प्रयोग शाला के सभी मापदंड पर खरे उतरे ऐसे ही बीजों का किसानों में वितरण किया जाएगा है़

सोयाबीन का क्षेत्र 12,195 हेक्टर
जिले में करीब 15,000 हेक्टर से अधिक क्षेत्रों पर बीजों के उत्पादन व प्रकल्प चलाया जाता है़ इसमें सोयाबीन का क्षेत्र 12,195 हेक्टर है़ अब इस वर्ष के खरीफ मौसम के लिए महाबीज ने बीजोत्पादन प्रकल्प समेत अन्य किसानों को बीज उपलब्ध कर देने की तैयारी की है़ इसके लिए निर्धारित 26,000 क्विंटल में से 24,000 क्विंटल बीज संबंधित केंद्रों पर भेजे गए है़ विगत कुछ वर्षों में महाबीज के बीजों की उगवन क्षमता कम होने की शिकायतें प्राप्त हुए थी.

इसका निरीक्षण कर इस वर्ष के मौसम के लिए बीज जांच प्रयोग शाला के अहवालों पर आधारित बीज महाबीज ने उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है़ इसमें प्रमाणित बीजों का अहवाल प्राप्त होकर बुनियादी बीजों की जांच का अहवाल मई महिने के अखिर तक प्राप्त होनेवाला है़ इसके अलावा पिछले दो वर्ष में महाबीज से मार्केटिंग किए गए सोयाबीन में अन्य का मिलावट होने का भी प्रकार सामने आया था़ इसमें गुजरात राज्य से बुलाए गए वाणो में बड़ी मिलावट होने की पुष्टि हुई थी. उस समय किसानों ने मांग किए बीजों की बुआई के बाद उगाए पौधों में अन्य बीजों के प्रमाण अधिक रहने की शिकायतें महाबीज से की थी.