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वाशिम. जिले में बंद पड़े उंबर्डा बाजार परिसर के 9 गांव , म्हसणी के 16 गांव, दुबलवेल के 3 गांव, जऊलका रेलवे के 3 गांव, वनोजा के 4 गांव, चांडस 6 गांव, चिंचाबाभर 4 गांव, भामदेवी के 6 गांव, वार्ला के 8

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वाशिम. जिले में बंद पड़े उंबर्डा बाजार परिसर के 9 गांव , म्हसणी के 16 गांव, दुबलवेल के 3 गांव, जऊलका रेलवे के 3 गांव, वनोजा के 4 गांव, चांडस 6 गांव, चिंचाबाभर 4 गांव, भामदेवी के 6 गांव, वार्ला के 8 गांव व करडा के 8 गांव इस प्रकार से कुल 67 गांवों के लिए प्रादेशिक जलापूर्ति योजना को, मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल योजना से पुर्नजीवित किए गए संबधित क्षेत्र के लोगों को पीने का पानी की उपलब्धता हो गई है. मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम अंर्तगत शासन के 31 दिसबंर 2016 के अध्यादेशनुसार जिले के करडा, उंबर्डा बाजार, म्हसणी व वारला इन प्रादेशिक नल जलापूर्ति योजना के पुर्नजीवन के लिए मंजूरी प्रदान कर 5 करोड़ 31 लाख 71 हजार रु. निधि महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण को दिया था.

महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण ने स्वीकारी जिम्मेदारी
इसी प्रकार से 9 फरवरी 2017 के अध्यादेशनुसार भामदेवी, चांडस, दुबलवेल, जऊलका रेलवे, वनोजा, चिंचाबाभर आदि के प्रादेशिक जलापूर्ति योजना के पुर्नजीवन के लिए 8 करोड़ 80 लाख 26 हजार 300 रुपये का निधि दिया गया. इसमें इन योजना के पुर्नजीवन के काम करने के साथ ही देखभाल, दुरुस्ती, संचालन व संनियंत्रण की जिम्मेदारी महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण ने स्वीकार कर सभी काम पूर्ण की है. अभी नल से जलापूर्ति के लिए आवश्यक पानी भी उपलब्ध होने से संबधित गांवों को प्रर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति की जा रही है़ ऐसी जानकारी महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के कार्यकारी अभियंता के़ के़ जीवने ने दी है.