माफिया मुख्तार अंसारी के शव को आज किया गया सुपुर्द-ए-खाक

नम आंखों से बेटे उमर ने अपने पिता की मूंछों को दिया आखिरी बार ताव

मुख्तार अंसारी को बड़ी मूछों का था बहुत शौक था 

मुख्तार की कब्र उसके मां-बाप की कब्र के समीप बनाई गई

मुख्तार के जनाजे में उमड़े भारी संख्या में लोग 

मुख्तार के परिवार वालों ने नाम आँखों से दी विदाई

भारी पुलिस बल और लोगों के हुजूम के बीच मुख्तार अंसारी को दफनाया गया

मुख़्तार की बीवी नहीं पहुंची उसके जनाजे पर

बेटा अब्‍बास नहीं दे पाया बाप के जनाजे को कंधा