खर्राटों से हो सकता है कैंसर का खतरा, जानिए कैसे?

नींद के दौरान खर्राटे लेने की आदत आपके स्वास्थ्य पर अन्य दुष्प्रभाव डाल सकती है।

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एक अध्ययन के अनुसार, खर्राटों के कारण होने वाले ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) से पीड़ित लोगों में गले के कैंसर का खतरा अधिक होता है।

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शोधकर्ताओं के मुताबिक, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सामान्य नींद के दौरान सांस लेने से जुड़ा एक विकार है, जो खर्राटों का कारण बनता है।

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स्पेन के बार्सिलोना में यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसाइटी के एक अध्ययन के अनुसार,  जिनका वजन ज्यादा, डायबिटीज से पीड़ित और धूम्रपान-शराब का सेवन करते हैं, उनमें OSA का खतरा सबसे अधिक होता है।

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शोधकर्ताओं के अनुसार, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया 74 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में ऊर्जा के स्तर में गिरावट से भी जुड़ा हुआ है। यह बुजुर्गों की शक्तियों का स्तर कम करता है।

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शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया से पीड़ित लोगों के ब्लड में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है।

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ऑक्सीजन का स्तर कम होने के कारण लंबे समय तक सांस रोकने से हाई बीपी, हृदय रोग, कार्डियक अरेस्ट और अन्य गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।

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शोधकर्ता डॉ. एंड्रियास पाम के मुताबिक, ओएसए से पीड़ित लोगों का इलाज शुरू करने से पहले डॉक्टरों को उनमें कैंसर के कारणों का भी पता लगाना चाहिए।

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अध्ययन के निष्कर्षों ने स्पष्ट सबूत दिए हैं कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया कैंसर का कारण बन सकता है। कई बार तो इसकी वजह से मरीजों की जान भी चली जाती है।

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Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य सिर्फ आप लोगों को जागरूक करना है। ये हमने सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा है। अगर आप कहीं भी अपनी सेहत से जुड़ी कोई भी बात पढ़ते हैं तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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