नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय स्तर (International Level) पर अल्पसंख्यकों (Minorities) पर जुल्म, ज्यादती और सितम को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) को कई बार आड़े हाथों लिया जा चूका है। कड़ी आलोचना के बावजूद भी पाकिस्तान अल्पसंख्यकों पर अत्याचार रोकने में ना काम रहा है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों और खासकर हिन्दुओं (Hindus) पर ज़ुल्म की कई बार ख़बरें आतीं हैं। लेकिन हाल ही में सामने आए एक वीडियो को देखने वाला हर कोई हैरान है और सवाल कर रहा है कि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों पर ज़ुल्म पर कब लगाम लगाएगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में हाल ही में एक महज़ 13 साल की हिन्दू लड़की को कतिथ तौर पर अगवा कर उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है। हैरानी की बात ये है कि, जिस पर इस बच्ची को किडनैप करने का आरोप है, उसकी शादी उसी अपहरणकर्ता से करने पर मजबूर किया गया है।
दरअसल, पाकिस्तान में हिन्दुओं के जबरन धर्म परिवर्तन, हत्या और अगवा किए जाने की घटना हर दिन सामने आ रही हैं। लेकिन इमरान खान सरकार इस पर लगाम लगाने में पूरी तरह से फेल रही है। हाल में सामने आए इस मामले को लेकर एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, 13 साल की एक हिंदू लड़की को कथित तौर पर बहलानी जनजाति के एक व्यक्ति ने अगवा कर लिया, जिसके बाद बरेलवी धर्मगुरु ने जबरन उसका इस्लाम में धर्म परिवर्तन करवा दिया। इसके बाद उसके अपहरणकर्ता से ही इस लड़की की शादी करवा दी गई। घटना सिंध के काशमोर जिले के तंगवानी तालुका में हुई।
Ghotki, Sindh. A 13-year-old #Hindu girl named Kavita Bai was allegedly kidnapped by a man of Bahalkani tribe, forcibly converted to Islam by #Barelvi cleric Mian Mithoo, and then married off to her abductor. pic.twitter.com/c0Y8a91gB0
— SAMRI (@SAMRIReports) March 10, 2021
पाकिस्तान के समा टीवी के मुताबिक, लड़की को 8 मार्च को उसके घर से पांच लोगों ने अगवा किया गया था। रिपोर्ट में लड़की के पिता के हवाले से कहा गया है कि, पांच हथियारबंद लोग उनकी बेटी को अपने घर से एक सफेद रंग की कार में घर से उठा ले गए थे। पुलिस को इस मामले की जानकारी दी गई जिसके बाद मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
इस के बाद लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन करवा दिया गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया किसी ने पोस्ट किया है जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, 13 वर्षीय लड़की कथित तौर पर बुधवार को एक अदालत में पेश हुई और दावा किया कि वह 18 साल से ज़्यादा उम्र की है। कोर्ट में उसके बयान के बाद उसे कशमोर से घोटकी में स्थानांतरित कर दिया गया क्योंकि उसने कथित तौर पर आरोप लगाया था कि उसने अपने माता-पिता की इच्छा के खिलाफ शादी की थी, लड़की ने अपनी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि, सिंध बाल विवाह निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया है।