वाशिंगटन: अमेरिका (America) ने कहा कि, अफगानिस्तान (Afghanistan) के साथ लगती सीमा (Border) पर आतंकवादियों (Terrorism) को पनाह न देने में पाकिस्तान (Pakistan) के उसके साथ साझा हित हैं। पेंटागन (Pentagon) के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में कहा कि, अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ उन तरीकों पर बातचीत की है, जिससे सीमा को सुरक्षित बनाने में मदद मिल सकती है और अफगानिस्तान के लिए अधिक स्थिर एवं सुरक्षित भविष्य में योगदान मिल सकता है।
अमेरिका और पश्चिमी सेनाओं के 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से लौटने के मद्देनजर तालिबानी आतंकवादियों ने हाल के हफ्तों में दर्जनों जिलों और प्रमुख सीमा चौकियों पर कब्जा जमा लिया है और ऐसा माना जा रहा है कि उसने अफगानिस्तान के एक तिहाई हिस्से पर कब्जा कर लिया है।
किर्बी ने कहा, ‘‘पाकिस्तानियों को हमारा संदेश यही है कि हमें लगता है कि यहां हमारे साझा हित हैं और पनाह न देने में साझा हित हैं और हम पाकिस्तान से उन तरीकों पर बातचीत करते रहेंगे जिससे हम सभी वहां सुधार देख सकें।” उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन पाकिस्तानी क्या कर रहे हैं और क्या नहीं कर रहे, इस पर उन्हें बात करनी चाहिए न कि हमें।”
किर्बी से यह पूछा गया था कि क्या पेंटागन को कोई सबूत मिले हैं कि पाकिस्तानी वायु सेना ने तालिबान को इलाकों में कब्जा जमाने खासतौर से कंधार प्रांत को नियंत्रण में लेने में मदद की। प्रेस सचिव ने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि पाकिस्तान का हित स्थिर, सुरक्षित अफगानिस्तान में है और हम लंबे समय से यह मानते हैं कि दोनों देशों के बीच सीमा का पहले भी तालिबान समेत कुछ आतंकवादी समूहों ने पनाहगाह के तौर पर इस्तेमाल किया तथा पाकिस्तानी लोग खुद सीमावर्ती क्षेत्रों से किए गए आतंकवादी हमलों के शिकार बने हैं।” (एजेंसी)