कोलंबो: श्रीलंका (Sri Lanka) को अगले हफ्ते भारत (India) से मुफ्त में कोविड-19 टीका (Covid-19 Vaccine) प्राप्त होगा, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) ने शनिवार को यह जानकारी दी। इससे एक दिन पहले ही देश ने ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनका (Oxford AstraZeneca) के टीके ‘कोविशील्ड’ (Covishield) के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी थी।
कोलंबो (Colombo) से दक्षिण में स्थित वालाल्लाविता में राष्ट्रपति की मोबाइल सेवा को संबोधित करते हुए राजपक्षे ने आज सुबह कहा, “हमें भारत से टीकों की मुफ्त खेप प्राप्त करने के लिये इस महीने की 27 तारीख से ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।” राष्ट्रपति ने कहा कि अग्रिम पंक्ति पर काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों, सेना व पुलिस तथा बुजुर्गों को टीकाकरण (Vaccination) में प्राथमिकता दी जाएगी।
वहीं डॉक्टरों की तरफ से चेतावनी दी जा रही है कि कोविड-19 (Covid-19) के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों (Health Workers) को जल्द से जल्द टीका लगाया जाना चाहिए जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह चरमराने से रोका जा सके। राष्ट्रपति ने कहा, “हम रूस और चीन से भी कोविड-19 टीका खरीदेंगे।”
राष्ट्रपति की यह टिप्पणी ऐसे वक्त आई है जब स्वास्थ्य अधिकारियों ने टीकाकरण प्रक्रिया के लिये तीन दिवसीय परीक्षण किया। भारत ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वह श्रीलंका (Sri Lanka) व आठ अन्य देशों- भूटान (Bhutan), मालदीव (Maldives), बांग्लादेश (Bangladesh), नेपाल (Nepal), म्यामां (Myanmar), सेशल्स (Seychelles), अफगानिस्तान (Afghanistan) और मॉरीशस (Mauritius)- को अनुदान सहायता के तहत कोविड-19 टीके भेजेगा।
“पड़ोसी प्रथम” नीति के मुताबिक नेपाल,बांग्लादेश, भूटान और मालदीव को पहले ही भारतीय कोविड-19 टीका अनुदान सहायता के तहत मिल चुका है। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोविशील्ड का उत्पादन जहां सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जा रहा है वहीं ‘कोवैक्सीन’ का उत्पादन भारत बायोटेक द्वारा किया जा रहा है।
श्रीलंका में अब तक कोविड-19 के 52,964 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 278 मरीजों की जान जा चुकी है। इस बीच श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्री पवित्रा वन्नियाराच्ची भी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। उनसे पहले चार और संसद सदस्य संक्रिमत पाए जा चुके हैं।