लंदन. ब्रिटेन के लंदन (London) में घर जा रही एक महिला की हत्या के विरोध में कोरोना वायरस (Coronavirus) प्रतिबंधों का उल्लंघन कर प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस के बीच शनिवार को यहां झड़प हो गई। सारा एवरर्ड को अंतिम बार तीन मार्च को क्लैफाम कॉमन (Clapham Common) इलाके के निकट देखा गया था। वह अपने एक मित्र के घर से अपने घर जाने के लिए पैदल निकली थी, लेकिन वह अपने घर नहीं पहुंची और एक सप्ताह बाद उसका शव मिला। एवरर्ड के अपहरण और हत्या के मामले में एक पुलिस अधिकारी के कथित रूप से शामिल होने की बात सामने के बाद से पूरे ब्रिटेन (Britain) में हंगामा हो गया है और लोग महिलाओं के खिलाफ हिंसा को लेकर आवाज उठा रहे हैं।
इस घटना के विरोध में सैकड़ों लोग पुलिस और अदालत के आदेशों की अवहेलना करते हुए क्लैफाम कॉमन में एकत्र हुए, ताकि उस डर एवं खतरे की तरफ लोगों का ध्यान खींचा जा सके, जो ब्रिटेन में कई महिलाएं रोजाना झेलती हैं। इस रैली के वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस अधिकारी प्रदर्शनकारियों के साथ हाथापाई कर रहे हैं। ब्रिटेन की समाचार समिति ‘प्रेस एसोसिएशन’ ने बताया कि कई पुरुष अधिकारी कई महिलाओं को पकड़कर और हथकड़ी बांधकर प्रदर्शनस्थल से ले गए। डचेज ऑफ कैम्ब्रिज केट मिडलटन समेत कई लोगों ने क्लैफाम कॉमन में पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान कई लोगों ने पोस्टर थाम रखे थे, जिन पर लिखा था, ‘‘हमें चुप नहीं कराया जा सकेगा” और ‘‘वह केवल घर जा रही थी”।
Women being snatched by police at the vigil for Sarah Everard. Shameful, shameful scenes. pic.twitter.com/fyUqcfCyug
— Ash Sarkar (@AyoCaesar) March 13, 2021
इससे पहले, एवरर्ड का हत्यारोपी एवं मेट्रोपोलिटन पुलिस कांस्टेबल वेन कुजेंस (58) पहली बार अदालत में पेश हुआ। ‘प्रेस एसोसिएशन’ ने बताया कि जैसे ही मेट्रोपोलिटन पुलिस अधिकारी शनिवार को क्लैफाम कॉमन बैंडस्टेंड पहुंचे, तो वहां खड़ी भीड़ ने ‘‘शर्म करो” के नारे लगाए। आयोजकों ने एवरर्ड की याद में लंदन समेत ब्रिटेन के अन्य शहरों में शनिवार को रैली निकालने की योजना बनाई थी, लेकिन जब अदालत ने उन्हें कोरोना वायरस के कारण एकत्र होने की अनुमति नहीं दी, तो उन्होंने यह योजना स्थगित कर दी। इसके बावजूद लोग प्रदर्शन में शामिल हुए। (एजेंसी)