पाकिस्तान को चीन और अमेरिका ने दिया झटका, ‘मैंगो डिप्लोमेसी’ के तहत भेजे तोहफे को लौटाया

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    इस्लामाबाद: कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान ने बड़े देशों से कर्ज पाने नई डिप्लोमेसी पर उतर आया है। जिसके तहत वह देशों को मैंगो डिपोलोमेसी (Mango Diplomacy) के तहत अपने संबंधों को मजबूत करने के कोशिश में लगा हुआ है। लेकिन उसकी इस कोशिशों को अमेरिका और उसके परम मित्र दोस्त चीन ने बड़ा झटका देते हुए भेजे आम को वापिस भेज दिए। 

    पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अनुसार पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी की तरफ से बीते बुधवार को अमेरिका, चीन, ईरान, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और रूस जैसे देशों को भेंट के रूप में “चौंसा आम, अनवर रत्तोल और सिंदरी जैसी आम” भेजे गए थे। 

    क्या है मैंगो डिप्लोमेसी

    पाकिस्तान के सगे संबंधी जैसे लंगोटिया यार कहे जाने वाले देशों में से एक मित्र देश चीन ने भी उसके फल वाले भेंट को लेने से मना कर दिया। आपको बता दें कि पाकिस्तान की मैंगो डिप्लोमेसी का चीन से बेहद खास लगाव है। वर्ष 1960 में पाकिस्तानी विदेश मंत्री मियां अरशद हुसैन ने माओत्से तुंग को आम भेंट में दिए थे। तभी से दोनों देशों ने गर्मियों के फलों और सब्जियों को आपस में फेरबदल कर या फिर यों कहें कि एक दूसरे को उपहार में देकर अपने दोस्ती को मजबूत करते है।

    सभी देशों ने आम वापस लौटाये

    कनाडा, नेपाल, मिस्र और श्रीलंका जैसे छोटे-छोटे देशों ने भी पाकिस्तान के आमों को नकार दिया है। इमरान खान के शासन वाली सरकार और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से खेद जारी किया है। सभी देशों ने कोविड के कारण आमों को वापस कर पाकिस्तान भेज दिया है। सूत्रों ने खुलासा किया है कि अमेरिका जैसे देशों ने कोविड की चिं ताओं और क्वारंटीन नियमों का हवाला देते हुए गिफ्ट को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। अन्य लोगों में फ्रांस भी शामिल है। जिसने अभी तक पाकिस्तान की इस पहल का जवाब नहीं दिया है।

    कई देशों में एक्सपोर्ट होते हैं आम

    आपको बता दें कि पाकिस्तान में कई तरह के आम के पेड़ पाए जाते हैं। वहां के आम बेहद मीठे होते हैं। भारत समेत कई देशों में पाकिस्तान से आम एक्सपोर्ट किए जाते हैं। कुछ आम तो इतने बड़े होते हैं की एक आम का वजन लगभग 1 किलो तक हो जाता है। लेकिन मजे कि बात ये है की एक भी आम खट्टा निकल गया तो सारे पैसे बर्बाद। जब भी आम खरीदें अच्छे से देख कर चेक कर के लें। हालांकि अब पाकिस्तान से कुछ देश आम लेने से कतरा रहें हैं क्योंकि कोविड का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है।