Zhao Lijian
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बीजिंग. चीन ने मंगलवार को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प पर अपनी चुप्पी तोड़ दी। उसने उस दावे को पूरी तरह से ख़ारिज कर दिया हैं जिसमें कहा गया था कि 15 जून को लद्दाख के गलवान घाटी में पीएलए के 40 जवानों की मौत हुई है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने पूर्व सेना प्रमुख और सड़क और केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री वीके सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की हैं।

उन्होंने कहा कि “कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि चीनी पक्ष पर हताहतों की संख्या 40 है, मैं आपको यह सुनिश्चित करने के लिए बता सकता हूं कि यह झूठी खबर है।”

दरअसल सोमवार को वीके सिंह ने एक साक्षात्कार में कहा था कि “अगर हमने 20 सैनिक गंवाए हैं तो उनकी (चीन की) तरफ भी दोगुने से ज्यादा लोग मारे गए हैं।”

लीजियन ने कहा कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 22 जून को बैठक आयोजित की गई ताकि बातचीत के माध्यम से इस मुद्दे को हल किया जा सके।

बता दें कि यह पहली बार है जब चीन ने हताहतों पर बात की है। हालांकि, प्रवक्ता ने अपने हताहत होने आंकड़ा नहीं बताया हैं, लेकिन ऐसी खबर है कि चीनी सेना का एक कमांडिंग अधिकारी झड़प में मारें गए सैनिकों में से एक था। फिलहाल इस बारें में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई हैं।

गौरतलब हैं कि पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में 15 जून को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।