The conflict between China and Australia on the issue of South China Sea

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बीजिंग: दक्षिण चीन सागर में चीन की हरकतों पर ट्विटर पर चीनी और ऑस्ट्रेलियाई राजनयिकों में बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका के बयान का समर्थन किया कि उक्त समुद्री क्षेत्र में चीन के किसी भी दावे को स्वीकार नहीं किया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया ने चीन के दावों को “अवैध” करार देते हुए हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में एक ज्ञापन दिया था जिस पर बीजिंग ने नाराजगी व्यक्त की थी।

ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ फेरेल ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया कि उन्होंने भारत के विदेश मंत्री से कहा चीन की हरकतों से “असंतुलन बढ़ेगा और यह उकसाने वाली” कार्रवाई है। चीन के राजदूत सुन वेइदोंग ने शुक्रवार को इस पर प्रतिक्रिया करते हुए ओ फेरेल पर “तथ्यों की नजरअंदाज” करने का आरोप लगाया और ट्वीट किया, “यह स्पष्ट है कि कौन क्षेत्र में शांति और स्थायित्व की रक्षा करता है और कौन अस्थिरता लाता है और तनाव भड़काता है।”

ओ फेरेल ने जवाब देते हुए कहा कि चीन को 2016 में अंतरराष्ट्रीय अधिकरण के आदेश को मानना चाहिए जिसमें बीजिंग के दावों को खारिज कर दिया गया था। चीन ने उस आदेश को “अवैध” और अबाध्यकारी करार दिया था। ओ फेरेल की टिप्पणियों को ट्विटर पर भारतीय यूजरों से खूब समर्थन प्राप्त हुआ।  (एजेंसी)