नयी दिल्ली. जहाँ विश्व (World) में कोरोना (Corona) संक्रमण कैसे फैला, यह इंसानों तक आखिर कैसे पहुंचा, इसको लेकर बीते एक साल से अध्ययन चल रहा है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम ने इस प्रश्न के उत्तर का पता लगाने के लिए हाल ही में चीन के वुहान शहर का दौरा किया था। बता दें कि वुहान में ही पहली बार कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया था। हालाँकि चीन पर बहुत पहले से यह आरोप लगते आ रहे हैं कि वुहान में स्थित उसकी लैब से ही कोरोना संक्रमण फैला है। लेकिन चीन ने हमेशा से इस बात से साफ़ इनकार किया है।
वहीं अब विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्ययन में यह नया दावा किया जा रहा है कि वुहान लैब से कोरोना बिलकुल नहीं फैला है, बल्कि यह किसी जानवर से ही इंसान तक पहुंचा है।
कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की जिस टीम ने चीन का दौरा किया था, उसके मुताबिक चमगादड़ से अन्य जानवरों के जरिए कोरोना वायरस के इंसानों में फैलने की आशंका तो है। लेकिन इस संक्रमण के लैब (प्रयोगशाला) से वायरस फैलने की आशंका बहुत ही कम है। यह जानकारी समाचार एजेंसी एपी को मिली जांच टीम की मसौदा रिपोर्ट में दे दी गई है।
अगर मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो , विश्व स्वास्थ्य संगठन की उक्त जांच टीम ने वुहान लैब से कोरोना वायरस के लीक होने के पहलू को छोड़कर अन्य सभी पहलुओं पर आगे जांच करने का प्रस्ताव रखा है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अधिकारी ने पिछले हफ्ते ही कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि कोरोना की उत्पत्ति से संबंधित रिपोर्ट अगले कुछ दिन में जारी हो जाएगी। यह भी बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में 4 सिद्धांत और एक संभावित निष्कर्ष शामिल हैं।
दरअसल, रिपोर्ट जारी करने में लगातार देरी हो रही है, जिससे अब अनेक तरह के संशय और सवाल भी उठ रहे हैं। इस बात के भी कयास है कहीं चीन विश्व स्वास्थ्य संगठन के जांच के नतीजों को प्रभावित करने की कोशिश में तो नहीं लगा है ताकि कम से कम उस पर इस भयंकर महामारी को फैलाने का दोष न लगे।