George Floyd: US court's big decision in the murder of George Floyd, former police officer Derek Chauvin jailed for 22 years and six months

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    वाशिंगटन: अमेरिका (America) की संघीय ग्रांड जूरी ने मिनियापोलिस (Minneapolis) के पूर्व अधिकारी डेरेक चॉविन को अफ्रीकी मूल के अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की हत्या (Murder) मामले में सभी तीन आरोपों का दोषी पाया। अश्वेत फ्लॉयड (46) की मौत पिछले साल मई में गिरफ्तारी (Arrest) के दौरान हुई थी, जब पुलिस (Police) बल ने उनके साथ क्रूरता से व्यवहार किया था। मिनियापोलिस में एक स्टोर के कर्मचारी ने फ्लॉयड पर जाली नोट देने का आरोप लगाया था। चॉविन (45) ने फ्लॉयड की गर्दन पर अपने घुटने से नौ मिनट से ज्यादा वक्त तक दबाव बनाकर उसे जमीन पर गिराये रखा था जबकि वह बार-बार कहता रहा कि उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है। फ्लॉयड की निर्मम मौत से देश भर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे।

    मिनियापोलिस में 12 सदस्यीय संघीय जूरी ने मंगलवार को चॉविन को सभी आरोपों के तहत दोषी ठहराया। इसके तहत चॉविन को – सेकेंड डिग्री गैर इरादतन हत्या, थर्ड डिग्री हत्या और सेकेंड डिग्री हत्या का दोषी माना गया। राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि यह दिन-दहाड़े की गई हत्या थी और इसने पूरी दुनिया के आंखों पर पड़ी पट्टी को हटा दिया ताकि वे देश में जड़ें जमा चुके नस्लवाद को देख सकें।

    बाइडन ने कहा, “नस्लवाद हमारे देश की आत्मा पर एक दाग है। अश्वेत अमेरिकियों के लिए न्याय की गर्दन पर रखा गया घुटना। अत्यंत भय और आघात। दर्द और पीड़ा जो अश्वेत एवं काले अमेरिकियों को हर दिन सहनी पड़ती है।” उन्होंने कहा कि यह न्याय देने वाला फैसला पर्याप्त नहीं है।

    बाइडन ने कहा, “हम यहां नहीं रुकेंगे। सही बदलाव और सुधार लाने के लिए हमें इस तरह की त्रासदी को अश्वेत या काले लोगों के साथ दोबारा होने से रोकना पड़ेगा।” फैसले के तुरंत बाद राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि पूरे इतिहास में अश्वेत अमेरिकियों को और खासकर अश्वेत पुरुषों को इंसान नहीं समझा गया। उन्होंने कहा, ‘‘हम आज राहत महसूस कर रहे हैं। फिर भी यह दर्द को कम नहीं कर सकता है। न्याय का उपाय करना और समान न्याय करने में फर्क है। यह फैसला हमें एक कदम पास लाया है और तथ्य यह है कि हमें अब भी इसपर काम करने की जरूरत है।”

    बाइडन और हैरिस ने फ्लॉयड के परिवार से भी बात की। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व प्रथम महिला मिशेल ने संयुक्त बयान में कहा कि वास्तविक न्याय किसी मुकदमे में फैसला देने से कहीं ज्यादा है। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने कहा कि चॉविन के मुकदमे में जूरी ने अपने नागरिक कर्तव्य को पूरा किया और उसे सभी आरोपों में दोषी ठहराया।