यरूशलम: इजराइल (Israel) के चुनाव अधिकारियों (Election Officials) ने सरकार गठन एवं पांचवीं बार के अप्रत्याशित मतदान (Voting) को टालने के लिए बुधवार को राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन (President Reuven Rivlin) को पिछले सप्ताह के मतदान का परिणाम सौंपा। देश राजनीतिक गतिरोध को दूर करने के विशेष प्रयास में जुटा है। रिवलिन पर अब ऐसा प्रधानमंत्री को चुनने का जिम्मा है जिनके बारे में वह समझते हैं कि 120 सदस्यीय नेसेट (संसद) में बहुमत जुटा लेने की उनकी सबसे अच्छी संभावना है। इस दौड़ में इस्राइल में सबसे लंबे समय से प्रधानमंत्री लिकुद के नेता बेंजामिन नेतान्याहू हैं जिनपर भ्रष्टाचार (Corruption) की सुनवाई की साया है।
ये न्यायिक कार्यवाहियां अगले सप्ताह फिर शुरू होने वाली हैं । रिवलिन ने कहा कि उनके निर्णय के लिए अहम बात यह होगी कि कौन सा पार्टी नेता नेसेट का विश्वास जीत सकता है और एक ऐसी सरकार बना सकता है जो मतभेद को दूर कर सके। उन्होंने कहा कि इस्राइली अप्रत्याशित पांचवें दौर के चुनाव के बजाय यही चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आशावान हूं कि जनता ने जिन्हें निर्वाचित किया है, वे इस्राइल के लोगों की आवाज सुनने में सफल होंगे , गैर पारंपरिक यूनियन की उनकी मांग पर गौर करने की बुद्धिमता दिखायेंगे…..।”
नेतान्याहू की लिकुद 30 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है । उनकी पारंपरिक राष्ट्रवादी एवं कट्टरपंथी सहयोगियों को मिलाकर उन्हें संसद में बस 52 सीटें मिली हैं। नेतान्याहू के विरोधियों के पास 57 सीटें हैं जो बहुमत से कम है।