Consider banning coverage of student demonstrations

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बैंकॉक: थाइलैंड (Thailand) के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को राजधानी बैंकॉक में सख्त आपातकाल की घोषणा की। छात्रों की अगुवाई में शुरू हुआ प्रदर्शन (Protest) अभूतपूर्व अभियान में बदल गया और इस दौरान शाही काफिले को रोकने का प्रयास किया गया। इस घटनाक्रम के बाद आपातकाल की घोषणा की गई।

आपातकाल की घोषणा के बाद दंगा निरोधी पुलिस ने प्रधानमंत्री के कार्यालय के बाहर रात भर डेरा डाले रहे लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों के समूह को बृहस्पतिवार तड़के तितर-बितर कर दिया। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओचा के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारी थाईलैंड के संवैधानिक राजतंत्र में सुधार की मांग कर रहे हैं। उनका दावा है कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था में उचित तरीके से काम नहीं करता। प्रदर्शनकारियों के कई शीर्ष नेताओं को हिरासत में लिया गया है।

पुलिस ने कहा कि अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बैंकाक के एक क्षेत्र में बुधवार को व्यापक प्रदर्शन हुए, प्रदर्शन स्थल यहां के भव्य मंदिरों और शाही महलों से बहुत दूर नहीं है। छात्रों के आंदोलन में देश के सत्तात्मक ढांचे में थाईलैंड के राजपरिवार की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।