China said Trump's policies are 'mistakes' - America must fix 'aggressive policy' of his administration

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वाशिंगटन: 20 जनवरी को अमेरिका (America) के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) व्हाइट हाउस (White House) छोड़ देंगे। ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान चीन (China) के साथ अमेरिका के रिश्तों में खटास बरक़रार रखते हुए जाते-जाते भी ट्रंप चीन के लिए कुछ और मुश्किलें कड़ी करना चाहते हैं। अपने कार्यकाल  ख़त्म होने से पहले ट्रंप कुछ ऐसे फैले ले रहे हैं जिनसे चीन को काफी नुकसान झेलना पद सकता है। 
 
ट्रैवल वीजा पर रोक 
 
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of China) के मेंबर्स के लिए ट्रंप प्रशासन (Trump Administration) ने सख्त वीजा (Visa) नियम लागू कर ट्रैवल वीजा पर रोक लगा दी है जिससे लाखों कम्युनिस्ट पार्टी के लोगों और उनके रिश्तेदारों को काफी तकलीफों का सामना करना पढ़ सकता है। चीन से लाखों कम्युनिस्ट पार्टी मेम्बर्स अलग-अलग कामों के सिलसिले में यूएस जाते रहते हैं लेकिन वीजा नियमों में बदलाव को लेकर अब ये प्रक्रिया आसान नहीं रहेगी। इस नियम के अनुसार अब कम्युनिस्ट पार्टी के मेम्बर्स को महज़ एक महीने का सिंगल एंट्री वीजा ही दिया जा सकेगा, इससे पहले उन्हें मल्टिपल एंट्री वीजा का प्रावधान था। 
 
लगा दिया था कॉटन आयात पर रोक 
 
ट्रंप प्रशासन ने इससे पहले चीनी सेना के कॉटन (Cotton) मज़दूरों पर ज़ुल्म का आरोप लगाते हुए चीन से कॉटन आयात पर भी रोक लगा दी थी जिससे चीन को कॉटन बिक्री पर काफी ज़्यादा नुकसान झेलना पढ़ रहा है। अमेरिका में कॉटन की काफी डिमांड है और चीन इससे अमेरिका में भारी तादाद में एक्सपोर्ट करता रहा है। 
 
 
चीनी कंपनियों की चीटिंग पर सख्त ट्रंप प्रशासन 
 
अमेरिका की संसद में उस बिल को गुरुवार को पास कर दिया गया जिसमें धोखाधड़ी करने वाली चीनी कंपनियों पर सख्त करवाई की जाएगी। इस बिल के मुताबिक, चीटिंग करने वाली कंपनियों को अमेरिका के शेयर बाजार में लिस्ट नहीं किया जाएगा और पहले से ही लिस्टिड ऐसे कंपनी जिन्होंने धोखे से अपनी सभी जानकारियां साझा नहीं की होंगी उन्हें डिलिस्ट कर दिया जाएगा। इस बिल को अमेरिका के निचले सदन, हाउस ऑफ़ रिप्रेसेंटेटिव (House of Representatives) ने पारित कर दिया। बताया जा रहा है कि, आगे कई चीनी कंपनियों का अमेरिका ऑडिट भी करेगा। इस बिल को लेकर चीनी कंपनियों के लिए स्टॉक मार्किट का रास्ता अब आसान नहीं होगा।  
 
रिश्तों में आ सकती है खटास 
 
हालांकि ट्रंप के व्हाइट हाउस छोड़ने में करीब डेढ़ महीने के आसपास का समय ही बचा है। लेकिन जाते-जाते लिए गए ट्रंप के इन फैसलों को अमेरिका के नवनिर्वाचित प्रेजिडेंट जो बाइडन को झेलना पढ़ सकता है। व्हाइट हाउस में एंट्री के बाद चीन के प्रति बाइडन का रुख अमेरिका-चीन के अगले चार सालों के रिश्ते तय करेगा। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप प्रशासन के इन फैसलों को लेकर बाइडन को दिक्कतों का सामना करना पढ़ सकता है।  
 
क्या है चीन की रुख 
 
हाल ही में लिए गए वीजा नियम के फैसलों को लेकर बीजिंग ने अपना रिएक्शन दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका से चीन के प्रति अपना रुख बदलने की अपील की है। चीन ने कहा, “अमेरिका के फैसले से आपत्ति है और उम्मीद करते हैं कि अमेरिका चीन की तरह अपनी असमानिया मानसिकता छोड़ेंगे।