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    वाशिंगटन: अमेरिका (America) के राष्ट्रपति जो बाइडन (President Joe Biden) और रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के बीच जिनेवा में अगले हफ्ते होने वाला शिखर सम्मेलन किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए नहीं बल्कि रूस को अमेरिका के विचारों से अवगत करवाने के लिए है। व्हाइट हाउस (White House) ने यह जानकारी दी।

    बाइडन और पुतिन 16 जून को जिनेवा में शिखर बैठक करेंगे। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ब्रिटेन में जी-7 के शिखर सम्मेलन में, नाटो की एक बैठक में और ब्रसेल्स में अमेरिका-यूरोपीय संघ की शिखर बैठक में भाग लेंगे। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने सोमवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन को किसी परिणाम की दृष्टि से नहीं देखते क्योंकि अगर आप वाकई बैठक से कुछ महत्वपूर्ण नतीजे निकलने की उम्मीद कर रहे हैं तो आपको संभवत: लंबे समय तक इंतजार करना पड़ सकता है। इसलिए हमें इस बारे में सोचने की जरूरत है कि शिखर वार्ता हो रही है और हमें बुनियादी तौर पर एक अवसर दे रही है कि हमारे राष्ट्रपति और उनके राष्ट्रपति इस बारे में संवाद कर सकें कि अमेरिकियों की आकांक्षाएं और क्षमताएं क्या हैं। और उनकी तरफ से भी इस बारे में विचार सुन सकें।”

    एक प्रश्न के उत्तर में सुलिवन ने कहा कि समय के लिहाज से देखें तो अमेरिका के दृष्टिकोण से जी-7 समूह में शामिल दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं और भारत, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया तथा दक्षिण अफ्रीका के साथ बातचीत के बाद रूसी राष्ट्रपति से बैठक का बेहतर परिप्रेक्ष्य नहीं हो सकता।

    उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ के राष्ट्रपतियों से बाइडन की मुलाकात के बाद अमेरिका-रूस संबंधों से जुड़े जटिल मुद्दों पर बात करने के लिए इस शिखर सम्मेलन में शामिल होना हमारे दृष्टिकोण से रूस के साथ बातचीत को लेकर सही दिशा में कदम है। सुलिवन ने कहा कि अमेरिका तथा रूस के बीच यह ‘‘पुष्टि करने, यह स्पष्ट करने तथा बताने का समय है कि हमारी उम्मीदें क्या हैं और यदि कुछ नुकसानदायक गतिविधियां जारी रहती हैं तो अमेरिका उनका जवाब देगा।”