Hiroshima-Nagasaki Nuclear Attack: The Event that changed the World War II situation

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जापान: विश्व युद्ध-2 के दौरान जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर 6 और 9 अगस्त 1945 को हुए परमाणु हमले से पूरी दुनिया दहल गई थी। जापान में 6 अगस्त को शांति दिवस के तौर पर मनाया जाता है और यह आयोजन इस उम्मीद में होता है कि दुनिया में अब कभी परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं हो। इस दर्दनाक हमले की हर वर्ष आयोजित वर्षगांठ के मौके पर पूरे जापान की आँखें नम हो जाती हैं। इस साल, 6 और 9 अगस्त को हिरोशिमा और नागासाकी परमाणु बम धमाके की 75 वीं वर्षगांठ है। लेकिन कोरोना काल में, इस साल लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, ‘हिरोशिमा डे’ पर लोगों से कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने की अपील की गई है।

यह कार्यक्रम पीस वॉक के साथ शाम के समय सिटी पार्क में 6:30 बजे शुरू होगा और उसी समय मैकबर्न पार्क, मेंड्रम सर्कल का भी आयोजन किया गया है। इस मौके पर लोग लालटेन बनाकर लाते हैं, जो इस समारोह में शाम 7 बजे, दुनिया में शांति का संदेश देने के लिए पार्क में बने पूल में छोड़े जाते हैं।

 एक प्रेस रिलीज़ के मुताबिक, “हिरोशिमा दिवस समारोह लगभग 40 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष भी कार्यक्रम थोडे समय के लिए होगा, जिसमें संगीत और लोगों से विश्व में शांति के लिए अपील की जाएगी। मौजूदा वक्त में दुनिया भर में करीब 13,000 परमाणु हथियार मौजूद हैं और दुनिया में लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है। इसलिए हिरोशिमा दिवस पर, उस भयावहता को याद रखें, जब इतनी बड़ी जनसंख्या पर बड़े पैमाने में विनाश के हथियार चलाए गए थे।”