इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) में प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की सरकार के वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख (Abdul Hafeez Shaikh) को सीनेट चुनाव (Senate Elections) में मिलते ही पाकिस्तान में एक बार फिर से राजनितिक संकट गहरा गया है। पाकिस्तान में विपक्ष एक जुट हो कर पहले से ही इमरान खान का सर दर्द बना हुआ है और इमरान खान के इस्तीफे की लगातार मांग पर अड़ा हुआ है। इसी बीच खबर है कि, इमरान खान की कुछ नीतियों से पाकिस्तान आर्मी नाराज़ है और उनके ऊपर से सेना ने अपना हाथ पीछे खींच लिया है। बताया जा रहा है कि, अब्दुल हफीज शेख को सीनेट इलेक्शन में हार झेलनी की एक वजह यह भी है। बता दें कि बुधवार को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री युसूफ रज़ा गिलानी को सीनेट इलेक्शन में जीत मिली। इसके बाद आनन फानन में अब इमरान खान गुरुवार रात को देश को संबोधित करने वाले हैं।
पाकिस्तान की जनता को संबोधित करेंगे इमरान खान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक तरफ पाकिस्तानी आर्मी और सरकार के बीच खटास जारी है। तो दूसरी ओर पाकिस्तान में विपक्ष इमरान खान के लगातार इस्तीफे की मांग कर रहा है। मौजूदा माहौल को देखते हुए इमरान खान ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और ISI प्रमुख जनरल फैज हमीद से मुलाकात भी की है। इस मुलाकात के बाद इमरान खान देश को संबोधित करने जा रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि इमरान खान इस संबोधन में भारत को लेकर भी बयानबाज़ी कर सकते हैं।
सीनेट इलेक्शन में हार पर इमरान खान की हुई किरकिरी
देश के वित्त मंत्री को सीनेट इलेक्शन में हार जाना इमरान खान ही नहीं बल्कि उनकी पूरी सरकार के लिए बेहद बेइज़्ज़ती की बात है। वहीं इन चुनाव से पहले इमरान खान ने खुद प्रचार भी किया था जिसके बाद पाकिस्तान में विपक्ष को इमरान खान को घेरने का एक और मौका मिल गया है। सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) ने दावा किया था कि उसे 182 सदस्यों का समर्थन मिलेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं और जब चुनावी नतीजे सामने आए तो इमरान खान सरकार की बोलती बंद हो गई क्यूंकि सीनेटर चुनाव में पूर्व प्रधान मंत्री यूसुफ रज़ा गिलानी को 169 वोट मिले जबकि अब्दुल हाफिज शेख को 164 ही वोट मिले। इनमें सात वोट खारिज हुए हैं। सीनेट इलेक्शन में कुल वोटों की संख्या 340 थी।
इमरान खान का साथ पाकिस्तान सेना ने छोड़ा?
बताया जा रहा है कि इमरान खान सरकार और सेना के बीच खटास जारी है। खबर है कि, सेना ने देश के हालात देखते हुए और इमरान खान सरकार द्वारा बनाई गईं नीतियों से नाराज़ हो कर इमरान खान की मदद करने से इनकार कर दिया है। इसी कारण इमरान खान अब अकेले पड़ गए हैं और जनता का साथ चाहते हैं जिसके चलते वे गुरुवार को देश को संबोधित कर जनता के सामने अपनी छवि सुधारना चाहते हैं।