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लंदन. ब्रिटेन और भारत सरकार ने नवोन्मेषी भारतीय चिकित्सा प्रौद्योगिकी स्टार्टअप कंपनियों से एक संयुक्त विनिर्माण सहायता कार्यक्रम के तहत सहायता के लिए सोमवार को आवेदन आमंत्रित किए है। यह कार्यक्रम दोनों सरकारों के कोविड-19 से निपटने के लिए किए गए नए द्विपक्षीय चिकित्सा प्रौद्योगिकी समझौते का हिस्सा है। इस कार्यक्रम के तहत आंध प्रदेश चिकित्सा प्रौद्योगिकी क्षेत्र (एएमटीजेड) ब्रिटेन सरकार के साथ मिलकर वेंटिलेटर और अनिवार्य चिकित्सा उपकरण की मांग और आपूर्ति के अंतर को पाटने का काम करेगा।

कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में इन उपकरणों की अहम भूमिका है। स्टार्टअप के पास इस कार्यक्रम के तहत अगस्त के अंत तक आवेदन करने का समय है। चुनिंदा स्टार्टअप कंपनियों को एएमटीजेड के मेडवैली इंक्यूबेशन सेंटर की ओर से उनके उत्पादों को बाजार में पेश करने के लिए अनिवार्य वित्त, प्रौद्योगिकी और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। इस बारे में भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त सर फिलिप बार्टन ने कहा कि इस नए चिकित्सा प्रौद्योगिकी कार्यक्रम से वह खुश हैं कि यह दोनों देश की साझेदारी को और आगे ले जाएगा।(एजेंसी)