मुंबई: भारत (India) और चीन (China) के बीच जारी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) को लेकर चीन में भारत के राजदूत (Ambassador) विक्रम मिस्री (Vikram Misri) ने शुक्रवार को चीन के अंतर्राष्ट्रीय सैन्य सहयोग के कार्यालय के निदेशक मेजर जनरल सी गुवेई (Major General Ci Guowei) से मुलाकात की और उन्हें पूर्वी लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश की सीमाओं पर भारत के रुख की जानकारी दी।
Ambassador @VikramMisri today met Major General Ci Guowei, Director of the Office of International Military Cooperation of the Central Military Commission and briefed him on India’s stance vis-à-vis the situation on the borders in eastern Ladakh UT. pic.twitter.com/hCd5yop1Nr
— India in China (@EOIBeijing) August 14, 2020
गौरतलब है कि इससे पहले विक्रम मिस्री ने चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के एक वरिष्ठ पदाधिकारी लियू जिआनचाव (Liu Jianchao) से बुधवार को मुलाकात की थी। लियू जिआनचाव कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के केंद्रीय समिति के विदेश मामलों उप निदेशक हैं।
बताया जा रहा है कि, भारत-चीन सीमाओं पर स्थिति पर भारत के रुख के बारे में विक्रम मिस्री और लियू जिआनचाव के बीच चर्चा हुई थी और इस मुलाकात में लद्दाख में बने हालात पर भी चर्चा की गई थी।
बतादें, पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग सो इलाके में सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के कारण सीमा पर तनाव है। चीन गलवान घाटी में अपनी सैन्य उपस्थिति दर्ज लगातार रहता है। वहीं भारत की मांग है कि लद्दाख में तुरंत यथास्थित बहाल की जाए। भारतीय और चीनी सेना के शीर्ष कमांडरों के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास टकराव वाले सभी स्थानों से सैनिकों के जल्द पीछे हटने को सुनिश्चित करने के लिए अब तक दो महीने के भीतर काम से काम पांच चरण की बातचीत हो चुकी है जो बेनतीजा रहीं हैं।