मुंबई: भारत (India) और चीन (China) के बीच जारी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) को लेकर चीन में भारत के राजदूत (Ambassador) विक्रम मिस्री (Vikram Misri) ने चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के एक वरिष्ठ पदाधिकारी लियू जिआनचाव (Liu Jianchao) से बुधवार को मुलाकात की है। लियू जिआनचाव कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के केंद्रीय समिति के विदेश मामलों उप निदेशक हैं। बताया जा रहा है कि, भारत-चीन सीमाओं पर स्थिति पर भारत के रुख के बारे में विक्रम मिस्री और लियू जिआनचाव के बीच चर्चा हुई। इस मुलाकात में लद्दाख में बने हालात पर चर्चा की गई है।
Ambassador @VikramMisri today met H.E. Liu Jianchao, Deputy Director of the Office of the CPC Central Committee Foreign Affairs Commission and briefed him on India’s stance vis-à-vis the situation on the borders in eastern Ladakh UT and overall bilateral relations. pic.twitter.com/191WpOC951
— India in China (@EOIBeijing) August 12, 2020
इस बैठक के बाद, ट्विट्टर पर बैठक की तस्वीर भी शेयर की गई है। इस मुलाकात पर चीन में भारत के दूतावास ने कहा कि राजदूत विक्रम मस्री ने लियू जिआनचाव से मुलाकात की और बॉर्डर पर रवैये की स्पष्ट जानकारी उन्हें दीं।
बतादें, पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग सो इलाके में पांच मई को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के कारण सीमा पर तनाव रहा है।भारतीय और चीनी सेना के शीर्ष कमांडरों के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास टकराव वाले सभी स्थानों से सैनिकों के जल्द पीछे हटने को सुनिश्चित करने के लिए अब तक दो महीने के भीतर काम से काम पांच चरण की बातचीत हो चुकी है जो बेनतीजा रहीं हैं। चीन गलवान घाटी में अपनी सैन्य उपस्थिति दर्ज लगातार रहता है। वहीं भारत की मांग है कि लद्दाख में तुरंत यथास्थित बहाल की जाए।