वाशिंगटन: अमेरिका (America) में भारत (India) के राजदूत (Ambassador) ने कॉर्पोरेट क्षेत्र (Corporate Sector) से आग्रह किया है कि वह भारत-अमेरिका संबंधों (India-US Relations) की क्षमता को पहचानने में सहायता करें। उन्होंने कहा कि बाइडन प्रशासन (Biden Administration) में भी इस संबंध को यहां के दोनों प्रमुख दलों का समर्थन हासिल है। राजदूत तरणजीत सिंह संधू (Taranjit Singh Sindhu) ने कहा कि इससे कंपनियों की विश्वसनीयता बढ़ेगी और लोगों को रोजगार मिलेगा।
अमेरिका-भारत रणनीतिक और साझेदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) के निदेशकों की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए संधू ने कहा, “आज मैं आपको यह संदेश देना चाहता हूं कि कृपया हमें इस संबंध की पूरी क्षमता पहचानने में सहायता करें।” उन्होंने कहा, “आपके प्रयास से आपकी कंपनियों की विश्वसनीयता बढ़ेगी, शेयरधारकों को पैसा मिलेगा, आपके ग्राहकों को फायदा होगा, लोगों को रोजगार मिलेगा और बड़े स्तर पर दोनों राष्ट्रों के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत होगी।
भारत और अमेरिका के संबंध तभी मजबूत हो सकते हैं जब आप मजबूत हों और आप हमें मजबूत करें।” बैठक में डेलॉइट के सीईओ पुनीत रंजन, यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष जॉन चैंबर्स, कोहेन समूह के सीईओ विलियम कोहेन, फेडएक्स के प्रमुख राजेश सुब्रमण्यम और अन्य लोग मौजूद थे।
संधू के मुताबिक अमेरिका के नए प्रशासन में दोनों देशों के संबंधों को द्विदलीय समर्थन (डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन) प्राप्त है। उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक चुनाव से पहले ही तत्कालीन राष्ट्रपति उम्मीदवार बाइडन ने भारत-अमेरिका संबंधों के महत्व पर बात की थी। उन्होंने (बाइडन ने) चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर इस प्रतिबद्धता को दोहराया।”