Former space agency chief injured in Israel riots dies
Representative Image: Twitter

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    गाजा सिटी (गाजा पट्टी): इजराइल और फिलिस्तीन के बीच अब संघर्ष लगातार बढ़ रहा है। दोनों ही देश तरफ से एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं। इसी कड़ी में इजराइल ने मंगलवार को गाजा पर हवाई हमले कर दो बहुमंजिला इमारतों को निशाना बनाया जिनके बारे में उसका मानना था कि वहां उग्रवादी छिपे थे, वहीं हमास और अन्य सशस्त्र समूहों ने दक्षिणी इजराइल पर सैकड़ों रॉकेट दागे। दोनों तरफ से हुए इन हमलों में बच्चों समेत 32 लोगों की जान चली गई जबकि दो इजराइली महिलाओं की भी मौत हुई। यरूशलम में हफ्तों के तनाव के बाद यह झड़प हुई हैं। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि सोमवार शाम से शुरू हुई झड़प में 10 बच्चों और एक महिला समेत 32 फलस्तीनियों की मौत हुई है। 

    अधिकतर मौत हवाई हमलों से हुई। इजराइली सेना ने कहा कि मरने वालों में कम से कम 16 उग्रवादी थे। इसी अवधि के दौरान गाजा के उग्रवादियों ने इजराइल की तरफ सैकड़ों रॉकेट दागे जिसमें एस्कलोन शहर में दो इजराइली महिलाओं की मौत हो गई जबकि 10 अन्य घायल हो गए। वर्तमान हिंसक झड़प में पहली बार इजराइली नागरिकों की मौत के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अधिकारियों ने आतंकी संगठन हमास और गाजा पट्टी में इस्लामिक जिहाद के खिलाफ हमले तेज करने का फैसला किया है। 

    इजराइली सेना के मुताबिक उसने गाजा में उग्रवादी संगठन इस्लामिक जिहाद के एक वरिष्ठ कमांडर को मार दिया है। उसने कहा कि मारे गए आतंकी कमांडर की पहचान समीह-अल-मामलुक के तौर पर हुई है जो इस्लामिक जिहाद की रॉकेट इकाई का प्रमुख था। सेना ने कहा कि हमले में उग्रवादी संगठन के अन्य बड़े उग्रवादी भी मारे गए हैं।

    इस्लामिक जिहाद ने गाजा सिटी में एक अपार्टमेंट पर हुए हवाई हमले में तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है जो उसकी सशस्त्र शाखा के वरिष्ठ सदस्य थे। उग्रवादी संगठन ने बदला लेने की बात कही है। वहीं तनाव के और बढ़ने का संकेत देते हुए इजराइल ने सैन्य अभियान का दायरा बढ़ाने की बात कही है। 

    सेना ने कहा कि वह गाजा सीमा पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रही है और रक्षा मंत्री ने 5000 आरक्षित सैनिकों को वहां भेजने का आदेश दिया है। इस बीच एक सकारात्मक संकेत है। अधिकारियों के मुताबिक मिस्र संघर्ष विराम के लिये काम कर रहा है। रात में हुए रॉकेट व हवाई हमले से पहले फलस्तीनियों और इजराइल के सुरक्षा बलों के बीच घंटों झड़प होती रही।

    झड़प यरुशलम की अल-अक्सा मस्जिद परिसर में भी हुई जिसे यहूदी और मुसलमान दोनों पवित्र मानते हैं। बढ़ती अशांति के संकेतों के बीच इजराइल में अरब समुदाय के सैकड़ों लोगों ने फलस्तीन के खिलाफ इजराइली बलों की हालिया कार्रवाई की निंदा करते हुए प्रदर्शन किया। इसे हाल के वर्षों में इजराइल में फलस्तीनी नागरिकों द्वारा सबसे बड़ा प्रदर्शन माना जा रहा है। इजराइल और इजराइल की बर्बादी चाहने वाले 

    इस्लामी आतंकी संगठन हमास ने तीन जंग लड़ीं और गाजा पर आतंकी संगठन के 2007 में हुए कब्जे के बाद से कई बार झड़प भी देखने को मिली। पूर्व में इजराइल और गाजा पर शासन करने वाले हमास के बीच होने वाला सीमा पार संघर्ष कुछ दिनों बाद समाप्त हो जाता था जिसका कारण अक्सर पर्दे के पीछे से कतर, मिस्र और अन्य देशों द्वारा की जाने वाली मध्यस्थता होती थी। 

    मिस्र के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि उनका देश संघर्ष विराम के लिये प्रयास कर रहा है। संवेदनशील कूटनीति पर चर्चा कर रहे अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की मंशा व्यक्त करते हुए कहा कि यरुशलम में इजराइली कार्रवाई ने इन प्रयासों को और जटिल बना दिया है। नाम न जाहिर करने की शर्त पर एक फलस्तीनी सुरक्षा अधिकारी ने भी संघर्ष विराम के प्रयासों की पुष्टि की।

    इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को चेतावनी दी थी कि यह लड़ाई कुछ समय तक जारी रह सकती है। इजराइल की सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि सेना गाजा में लक्ष्यों को निशाना बनाने के शुरुआती चरण में है। 

    इन लक्ष्यों को निशाना बनाने की योजना बहुत पहले बना ली गई थी। इजराइल ने दो बहुमंजिला इमारतों को निशाना बनाने के साथ ही दर्जनों हवाई हमले किये। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किदरा ने कहा कि 10 बच्चों और एक महिला समेत कुल 28 लोग इस हमले में मारे गए हैं जबकि 152 अन्य घायल हुए हैं। यह तनाव और संघर्ष ऐसे समय हो रहा है जब इजराइल में राजनीतिक अस्थिरता के हालात हैं। नेतन्याहू अभी कार्यवाहक प्रधानमंत्री हैं। (एजेंसी इनपुट के साथ)