We should never forget 9/11 terrorist attack and its victims : India
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न्यूयॉर्क: अमेरिका (America) की एक संघीय न्यायाधीश ने कहा है कि सऊदी अरब (Saudi Arab) के शाही परिवार के दो सदस्यों को अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकवादी हमले से जुड़े मुकदमे में कुछ सवालों के जवाब देने होंगे। अमेरिकी मजिस्ट्रेट सारा नेटबर्न का सीलबंद लिखित आदेश बृहस्पतिवार को खोला गया।

सऊदी अरब से कहा गया है कि वह शाही परिवार के सदस्यों और सऊदी अरब के ही गवाह को गवाही के लिए उपलब्ध करवाए। इनमें सरकार के वर्तमान एवं पूर्व अधिकारी शामिल हैं। हालांकि यह साफ नहीं है कि गवाह अपने बयान कब और कैसे देंगे। याचिकाकर्ताओं के वकील जिम क्रिंडलर ने शुक्रवार को कहा कि इस फैसले का मतलब होगा कि ‘‘वे जो कुछ भी जानते हैं, उसका हमें पता चल सकेगा।” अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक शाही परिवार के सदस्यों में शहजादे बंदर बिन सुल्तान का नाम भी शामिल है।

वह सऊदी अरब में खुफिया विभाग के पूर्व प्रमुख हैं और 1983 से 2005 तक अमेरिका में सऊदी अरब के राजदूत थे। अमेरिका में 9/11 आतंकवादी घटना के पीड़ितों के कुछ परिजनों का कहना है कि सऊदी अरब के एजेंटों ने जानते बूझते अलकायदा और उसके नेता ओसामा बिन लादेन का उस समय समर्थन किया था। हालांकि सऊदी सरकार हमलों में लिप्तता से इनकार करती रही है।