दक्षिण कोरिया में पिछले 50 दिन में संक्रमण के सबसे अधिक नए मामले

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सियोल. दक्षिण कोरिया में पिछले 50 दिन में बृहस्पतिवार को सबसे ज्यादा कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। नए मामले चिंता का विषय है क्योंकि इससे देश के कठिन प्रयासों पर पानी फिर सकता है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि संक्रमण के उभरते मामलों का पता लगाना मुश्किल है और सामाजिक दूरी समेत अन्य तरह के कदम उठाए जाने की जरूरत है। कोरिया बीमारी नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने कहा कि नए 79 मामलों में से 67 सियोल मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र से है। कोरिया की कुल 5.1 करोड़ आबादी में से आधी आबादी यहीं रहती है। स्वास्थ्य मंत्री पार्क नियोंग-हो ने वायरस के संबंध में आयोजित एक बैठक के दौरान राजधानी के सभी नागरिकों से अपील की कि वह गैरजरूरी रूप से जमा न हों।

उन्होंने कंपनियों से अपील की है कि वह अपने बीमार कर्मचारियों को छुट्टी पर रखें। संक्रमण के कम से कम 69 मामले स्थानीय ई-कॉर्मस कंपनी कूपांग के एक गोदाम से संबंधित है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि ज्यादा संभावना है कि कंपनी ने सियोल के निकट बुचेयोन में स्थित इस गोदाम में बचाव वाले कदमों जैसे कि मास्क को लागू नहीं किया हो और कर्मचारी बीमार होने के दौरान भी काम करते रहे हों। वहीं मई की शुरुआत में प्रतिबंधों में मिली छूट के बाद सामने आए सैंकड़ों मामले नाइट क्लब और मनोरंजन के अन्य स्थानों से जुड़े हैं। इन स्थानों पर मई की शुरुआत में काफी भीड़ देखी गई थी। अभी यह देखना होगा कि संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बाद चरणबद्ध तरीके से विद्यालयों को खोले जाने की योजना पर किस तरह के प्रभाव पड़ते हैं।

शिक्षा मंत्री ने बुधवार को कहा था कि वायरस संबंधी चिंताओं की वजह से 561 विद्यालयों में कक्षाओं को बहाल होने में देरी हुई। केसीडीसी निदेशक जोंग यून-कियोंग ने कहा कि देश में फिर से सामाजिक दूरी प्रतिबंध लगाने की जरूरत पड़ सकती है क्योंकि स्वास्थ्य कर्मियों के लिए लोगों की बढ़ती गतिविधियों की वजह से संक्रमण के संपर्कों का पता लगाना मुश्किल है। इसी बीच दक्षिण कोरिया के केंद्रीय बैंक ने देश की व्यापार निर्भर अर्थव्यवस्था पर महामारी की वजह से पहुंचे आघात को कम करने के लिए अपनी नीतिगत दर को 0.5 प्रतिशत कर दिया है जो कि अब तक की सबसे निचली दर है। बैंक ऑफ कोरिया ने सालाना विकास दर विस्तार को 2.1 से नीचे गिराकर 0.2 प्रतिशत का संकुचन किया है। इससे पहले देश में सालाना संकुचन 1998 से अब तक नहीं देखा गया था। (एजेंसी)