कोलंबो: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) (एनएसए) अजित डोभाल (Ajit Doval) ने शनिवार को यहां भारत (India), श्रीलंका (Sri Lanka) और मालदीव (Maldives) के बीच समुद्री सुरक्षा (Maritime Security) को लेकर उच्चस्तरीय त्रिपक्षीय वार्ता में हिस्सा लिया। श्रीलंका, भारत और मालदीव के साथ समुद्री सुरक्षा सहयोग पर चौथी त्रिपक्षीय बैठक का आयोजन कर रहा है।
छह साल बाद यह बैठक हो रही है। इससे पहले यह बैठक 2014 में नयी दिल्ली में हुई थी। कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘समुद्री और सुरक्षा सहयोग पर भारत, श्रीलंका और मालदीव के बीच त्रिपक्षीय वार्ता चल रही है।” उसने कहा कि श्रीलंका के विदेश मंत्री दिनेश गुणावर्धने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं।
The tri-lateral meeting among India, Sri Lanka and Maldives on maritime and security cooperation gets underway. Minister @DCRGunawardena was the chief guest at the event. #lka @MEAIndia @MFA_SriLanka @HCIMaldives @SLinIndia pic.twitter.com/fOXYGXNufC
— India in Sri Lanka (@IndiainSL) November 28, 2020
श्रीलंकाई सेना ने बृहस्पतिवार को कहा था कि बैठक में बांग्लादेश, मॉरीशस और सेशल्स के पर्यवेक्षक भी रहेंगे। वार्ता के लिए शुक्रवार को कोलंबो पहुंचे डोभाल ने कल ही मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया दीदी से मुलाकात की थी और हिंद महासागर में प्रमुख द्वीपीय देश के साथ द्विपक्षीय साझेदारी को और मजबूत करने पर सौहार्दपूर्ण और विस्तृत चर्चा की थी।
डोभाल ने शुक्रवार को श्रीलंका के रक्षा सचिव मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) कमल गुणारत्ने से भी मुलाकात की थी और वे दोनों देशों के बीच ‘‘मूल्यवान” सहयोग को और बढ़ाने के लिए कई कदमों पर सहमत हुए थे।
कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने एक अन्य ट्वीट में कहा था, ‘‘एनएसए अजित डोभाल ने मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) कमल गुणारत्ने से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा साझेदारी से संबंधित मामलों को लेकर विचार-विमर्श हुआ।”
हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा पर समन्वित कार्रवाई, राहत और बचाव अभियान का प्रशिक्षण, समुद्र में बढ़ते प्रदूषण को लेकर कदम उठाने, सूचनाएं साझा करने, अवैध हथियारों, मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने जैसे विषयों पर त्रिपक्षीय बैठक में चर्चा होने की संभावना है। नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि एनएसए स्तर की त्रिपक्षीय बैठक हिंद महासागर के देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए एक प्रभावी मंच हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था, ‘‘हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को लेकर सहयोग से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी।”